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गर्मी में अगलगी की घटना को रोकने के लिए फायर ब्रिगेड अलर्ट, DG बोलीं- 168 जगहों को किया है चिह्नित

गर्मी में आग लगने की घटनाओं में इजाफा (Increase Fire Incidents in Summer) के कारण पटना में सभी बड़े थानों में एक-एक छोटी दमकल गाड़ियों की तैनाती की गई है, वहीं फायरमैन से लेकर चालक तक को अलर्ट रखा गया है. गर्मी के मौसम आते ही फायर ब्रिगेड 24 घंटे कार्य कर रही है. वहीं राजधानी पटना में बस स्टैंड और बड़े अस्पताल समेत 18 जगहों पर दमकल की गाड़ी की तैनाती सुनिश्चित की गई है. इसके फायर स्टेशन पर पानी और फॉर्म कंपाउंड के साथ हर समय पांच दमकल उपलब्ध रखने का निर्देश दिया गया.

अगलगी की घटना को लेकर फायर ब्रिगेड अलर्ट
अगलगी की घटना को लेकर फायर ब्रिगेड अलर्ट
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Published : Mar 26, 2022, 3:37 PM IST

पटना: अक्सर गर्मी के मौसम में अगलगी की घटना बढ़ (Increase Fire Incidents in Summer) जाती है. ऐसे में जरूरी है कि इसको रोकने के लिए सावधानी बरती जाए. यही वजह है कि अगलगी की घटना को लेकर फायर ब्रिगेड अलर्ट (Fire Brigade Alert Regarding Fire Incident) हो गया है. फायर ब्रिगेड की डीजी शोभा अहोटकर (Fire Brigade DG Shobha Ahotkar) ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि अगलगी जैसी घटना ना घटित हो, इसको लेकर कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अगलगी की घटना होने पर लोगों को अग्नि सुरक्षा से संबंध में प्रशिक्षण करने के लिए विभिन्न स्थलों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. गैस सिलेंडर की आग से बचाव के लिए ड्रिल कराई जा रही है. अबतक अग्नि सुरक्षा एवं अग्नि निवारण संबंधित कुल 2524 मॉक ड्रिल गई है.

ये भी पढ़ें: मुजफ्फरपुर में आग लगने से 12 से ज्यादा घर जलकर राख, लाखों की संपत्ति स्वाहा

जन जागरूकता कार्यक्रम: डीजी ने बताया कि बिहार के सभी जिलों में एलईडी वैन के माध्यम से अग्नि सुरक्षा और निवारण के लिए चलचित्र दिखाकर जन जागरूकता कार्यक्रम किया जा रहा है. जिले में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जनता को अग्नि सुरक्षा संबंधी जानकारी दी जा रही है. विभिन्न स्तरों पर जनप्रतिनिधियों और आम लोगों के साथ अग्नि सुरक्षा सुझाव साझा करने के लिए कार्यशाला भी आयोजित की जा रही है. अब तक 388 ऐसी बैठकें आयोजित की गई हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल अन्य वर्षों की तुलना में अग्निकांड में काफी कमी आई थी. 60 से 70 अग्नि कांड राज्य भर में घटित हुए थे. उन कारणों को जानकर इस बार उसको एनालाइज किया जा रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम की जा सके.

जीविका दीदियों की मदद से अभियान: शोभा अहोटकर ने बताया कि पिछली बार ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादातर गैस फटने और शॉर्ट सर्किट से अगलगी की घटना घटित हुई थी. जिस वजह से ग्रामीण महिलाओं के बीच जाकर गैस में आग लगे या शॉर्ट सर्किट से कैसे बचा जाए, उसको लेकर ग्रामीण महिलाओं के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. खासकर ग्रामीण महिलाओं एवं बच्चों के बीच व्यापक स्तर पर जन जागरूकता पैदा करने के लिए जीविका दीदियों के माध्यम से अग्नि सुरक्षा संबंधित सुझाव टेंपलेट आदि वितरण किया जा रहा है. इस वर्ष अब तक कुल 120 स्थानों पर जीविका दीदियों के सहयोग से बैठक की गई है. बच्चों को अग्नि सुरक्षा संदेश देने के लिए कार्टून फिल्म भी बनवाई जा रही है.

अगलगी को रोकने के लिए कवायद: डीजी ने कहा कि तमाम जिलों में जनप्रतिनिधियों और जनता को व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर जोड़ा गया है, जिसमें लघु फिल्म मॉक ड्रिल का वीडियो पंपलेट आदि का प्रसार किया जा रहा है. साथ ही समय-समय पर समाचार पत्रों में भी अग्नि सुरक्षा जागरूकता संदेश भी प्रसारित करवाई जा रही है. भवनों में अग्नि सुरक्षा उपयोग के बारे में जनता को सरल तरीके से अवगत कराने के लिए भवनों में अग्नि सुरक्षा प्रावधान युक्त 3D मॉडल तैयार कराए जा रहे हैं. बिहार अग्निशमन सेवा के द्वारा सरकारी भवन अस्पतालों मेले के उपकरणों को भी चेक करवाया जा रहा है.

सभी जिलों को निर्देश: बिहार के विभिन्न प्रकार के पब्लिक एसेंबली वाले 252 भवन प्रतिष्ठानों जैसे शॉपिंग मॉल सिनेमा हॉल अस्पताल एवं सरकारी भवनों में पिछले कुछ माह में अग्नि सुरक्षा हेतु जांच करवाई गई है. डायल 101 नंबर 24*7 कार्यरत है. जिस पर पूरे राज्य से अग्निकांड की सूचना प्राप्त होती है. वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा टेस्ट कॉल के माध्यम से सतर्कता की जांच भी की जाती है. वर्तमान में 43 फायर स्टेशन ऑफिसर, 67 प्रधान अग्निक, 30 प्रधान अग्निक चालक, 844 अग्निक, 881 अग्निक चालक, 3 लिपिक और दो परिचारी कार्यरत हैं. इसके अलावा फायर ब्रिगेड के द्वारा 168 हॉटस्पॉट की पहचान कर गर्मी के मौसम में उक्त स्थानों पर अग्निशमन दस्ता की प्रीपोजिशन करने के लिए जिलों को भी निर्देशित किया गया है.

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पटना: अक्सर गर्मी के मौसम में अगलगी की घटना बढ़ (Increase Fire Incidents in Summer) जाती है. ऐसे में जरूरी है कि इसको रोकने के लिए सावधानी बरती जाए. यही वजह है कि अगलगी की घटना को लेकर फायर ब्रिगेड अलर्ट (Fire Brigade Alert Regarding Fire Incident) हो गया है. फायर ब्रिगेड की डीजी शोभा अहोटकर (Fire Brigade DG Shobha Ahotkar) ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि अगलगी जैसी घटना ना घटित हो, इसको लेकर कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अगलगी की घटना होने पर लोगों को अग्नि सुरक्षा से संबंध में प्रशिक्षण करने के लिए विभिन्न स्थलों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. गैस सिलेंडर की आग से बचाव के लिए ड्रिल कराई जा रही है. अबतक अग्नि सुरक्षा एवं अग्नि निवारण संबंधित कुल 2524 मॉक ड्रिल गई है.

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जन जागरूकता कार्यक्रम: डीजी ने बताया कि बिहार के सभी जिलों में एलईडी वैन के माध्यम से अग्नि सुरक्षा और निवारण के लिए चलचित्र दिखाकर जन जागरूकता कार्यक्रम किया जा रहा है. जिले में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जनता को अग्नि सुरक्षा संबंधी जानकारी दी जा रही है. विभिन्न स्तरों पर जनप्रतिनिधियों और आम लोगों के साथ अग्नि सुरक्षा सुझाव साझा करने के लिए कार्यशाला भी आयोजित की जा रही है. अब तक 388 ऐसी बैठकें आयोजित की गई हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल अन्य वर्षों की तुलना में अग्निकांड में काफी कमी आई थी. 60 से 70 अग्नि कांड राज्य भर में घटित हुए थे. उन कारणों को जानकर इस बार उसको एनालाइज किया जा रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम की जा सके.

जीविका दीदियों की मदद से अभियान: शोभा अहोटकर ने बताया कि पिछली बार ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादातर गैस फटने और शॉर्ट सर्किट से अगलगी की घटना घटित हुई थी. जिस वजह से ग्रामीण महिलाओं के बीच जाकर गैस में आग लगे या शॉर्ट सर्किट से कैसे बचा जाए, उसको लेकर ग्रामीण महिलाओं के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. खासकर ग्रामीण महिलाओं एवं बच्चों के बीच व्यापक स्तर पर जन जागरूकता पैदा करने के लिए जीविका दीदियों के माध्यम से अग्नि सुरक्षा संबंधित सुझाव टेंपलेट आदि वितरण किया जा रहा है. इस वर्ष अब तक कुल 120 स्थानों पर जीविका दीदियों के सहयोग से बैठक की गई है. बच्चों को अग्नि सुरक्षा संदेश देने के लिए कार्टून फिल्म भी बनवाई जा रही है.

अगलगी को रोकने के लिए कवायद: डीजी ने कहा कि तमाम जिलों में जनप्रतिनिधियों और जनता को व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर जोड़ा गया है, जिसमें लघु फिल्म मॉक ड्रिल का वीडियो पंपलेट आदि का प्रसार किया जा रहा है. साथ ही समय-समय पर समाचार पत्रों में भी अग्नि सुरक्षा जागरूकता संदेश भी प्रसारित करवाई जा रही है. भवनों में अग्नि सुरक्षा उपयोग के बारे में जनता को सरल तरीके से अवगत कराने के लिए भवनों में अग्नि सुरक्षा प्रावधान युक्त 3D मॉडल तैयार कराए जा रहे हैं. बिहार अग्निशमन सेवा के द्वारा सरकारी भवन अस्पतालों मेले के उपकरणों को भी चेक करवाया जा रहा है.

सभी जिलों को निर्देश: बिहार के विभिन्न प्रकार के पब्लिक एसेंबली वाले 252 भवन प्रतिष्ठानों जैसे शॉपिंग मॉल सिनेमा हॉल अस्पताल एवं सरकारी भवनों में पिछले कुछ माह में अग्नि सुरक्षा हेतु जांच करवाई गई है. डायल 101 नंबर 24*7 कार्यरत है. जिस पर पूरे राज्य से अग्निकांड की सूचना प्राप्त होती है. वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा टेस्ट कॉल के माध्यम से सतर्कता की जांच भी की जाती है. वर्तमान में 43 फायर स्टेशन ऑफिसर, 67 प्रधान अग्निक, 30 प्रधान अग्निक चालक, 844 अग्निक, 881 अग्निक चालक, 3 लिपिक और दो परिचारी कार्यरत हैं. इसके अलावा फायर ब्रिगेड के द्वारा 168 हॉटस्पॉट की पहचान कर गर्मी के मौसम में उक्त स्थानों पर अग्निशमन दस्ता की प्रीपोजिशन करने के लिए जिलों को भी निर्देशित किया गया है.

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