पटनाः राजधानी पटना समेत बिहार के अधिकतर इलाकों में फसलें बाढ़ से बर्बाद (Crops Destroyed by Flood) हो गयी हैं. जहां पर फसलें बची हैं वहां के किसानों को खाद नहीं उपलब्ध हो पा रही है (Farmers not Getting Fertilizer). जिससे उनकी फसलें नष्ट होने के कगार पर हैं. सरकार का दावा है कि किसानों को खाद की किल्लत और कमी नहीं होगी. लेकिन पटना के धनरूआ में सुबह चार बजे आने के बावजूद किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है. जिससे किसानों को खासी दिक्कत हो रही है.
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बता दें कि मसौढ़ी अनुमंडल के कई प्रखंडों में किसानों को खाद की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. जिससे दुकानों पर अकसर भीड़ लगी रहती है और कई बार हंगामे की स्थिति खड़ी हो जाती है. मंगलवार को धनरूआ प्रखंड के बिरंचि मोड़ पर किसानों ने जमकर हंगामा किया और बताया कि सुबह 4 बजे से ही खाद के लिए हम लोग लाइन लगाते हैं. कई घंटे लाइन में खड़े रहने के बावजूद खाद नहीं मिल पाती.
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किसानों का कहना है कि लगातार खाद का संकट गहराता जा रहा है. जिससे हम लोग काफी चिंतित हैं. धनरूआ में हम दुकानों का चक्कर काट कर परेशान हो रहे हैं. लेकिन हमें खाद नहीं मिल रही.
सरकार के नुमाइंदे लगातार अखबारों में और मीडिया में भाषण दे रहे हैं कि खाद की कोई कमी नहीं होगी. लेकिन खाद नहीं मिल पा रही है. जिससे हम सभी परेशान हैं. सरकार जल्द खाद उपलब्ध कराये नहीं तो हम उग्र आंदोलन करेंगे. वहीं, कृषि पदाधिकारी का कहना है कि जल्द ही खाद की कमी दूर हो जाएगी और सभी किसानों को आसानी से खाद मिलेगी.