पटना: जिले में रविवार को स्थानीय लोगों और पूर्व सैनिकों ने मिलकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला. बक्सर में पूर्व सैनिक के बेटे का अपराधियों ने अपहरण कर हत्या कर दी थी. इसके बाद भी पुलिस और प्रशासन ने अपराधी को अभी तक नहीं पकड़ा है. नाराज पूर्व सैनिकों ने सगुना मोड़ पर सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
लोगों ने निकाला कैंडल मार्च
बक्सर के रहने वाले पूर्व सैनिक गजेंद्र तिवारी के बेटे आशीष का मेला घूमने के दौरान 7 अगस्त को अपहरण कर लिया गया था. इसके बाद 9 अगस्त को बदमाशों ने उसी के फोन से गजेंद्र तिवारी से 30 लाख की फिरौती की मांग की. गजेंद्र ने 9 अगस्त को अपहरण का मामला दर्ज कराया पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. बाद में 22 अगस्त को जब पूर्व सैनिकों की एक टीम डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से मिली, तब जाकर पुलिस हरकत में आई. लेकिन 24 अगस्त को आशीष का शव एक खंडहर से बरामद किया गया.
लोगों ने पुलिस को बताया दोषी
पूर्व सैनिकों का आरोप है कि यदि पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो आशीष को बचाया जा सकता था. इससे नाराज पूर्व सैनिकों ने शनिवार को पुलिस और प्रशासन के विरोध में कैंडल मार्च निकाला. उन्होंने डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस प्रशासन सुस्त हो चुकी है. वो किसी को सुरक्षा मुहैया नहीं करा सके.
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के इस्तीफे की मांग
वहीं, इस मार्च में शामिल पूर्व सैनिक कर्नल आर डी सिंह ने कहा कि जो सैनिक अपनी पूरी जिंदगी देश की सुरक्षा करते रह गए. वहीं सैनिक और उनके परिवार को राज्य में सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर जल्दी ही अपराधियों को नहीं पकड़ा गया तो ये प्रदर्शन आंदोलन का रूप ले लेगा.