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कैमूर से दानापुर होते कटिहार तक चलेगी प्रतिदिन ट्रेन - सूचना और जनसम्पर्क विभाग के सचिव

सूचना सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर संबंधित विभाग काम कर रहा है. लोगों को बाहर से बिहार लाने के लिए आपदा प्रबंध विभाग ने काम करना शुरु कर दिया है. ट्रेनों के साथ-साथ बसों से भी लोगों को वापस लाया जाएगा. नजदीक के राज्यों से बसों से लोगों को वापस लाया जाएगा.

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Published : May 12, 2020, 8:37 PM IST

-katihar
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पटनाः वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सूचना और जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि 7 दिनों के अंदर बिहार के बाहर फंसे लोगों को वापस लाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. कोरोना टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाई जाए और स्किल सर्वे के साथ स्किल मैपिंग भी कराई जाए. अनुपम कुमार ने कहा बिहार के अंदर कैमूर से दानापुर बरौनी होते हुए कटिहार तक ट्रेन चलाने का भी फैसला हुआ है. इसके साथ बाहर से ट्रेन के साथ बस से भी लोगों को लाने का फैसला हुआ है.
10 हजार टेस्ट क्षमता बढ़ाने पर काम शुरू
सूचना सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर संबंधित विभाग काम कर रहा है. लोगों को बाहर से बिहार लाने के लिए आपदा प्रबंध विभाग ने काम करना शुरु कर दिया है. ट्रेनों के साथ-साथ बसों से भी लोगों को वापस लाया जाएगा. नजदीक के राज्यों से बसों से लोगों को वापस लाया जाएगा. जो बिहार में फंसे हैं, उनको भी भेजा जाना है. इसको लेकर एसओपी निर्गत किया जा रहा है. विज्ञापन के जरिए भी इसकी जानकारी दी जाएगी.

देखें पूरी रिपोर्ट

लोगों के आवाजाही के लिए ट्रेन सेवा शुरु
अनुपम कुमार ने कहा कि बिहार के अंदर लोगों के आवाजाही के लिए ट्रेन सेवा शुरु कर दी गई है. इसकी शुरुआत कैमूर से हुई. रोजाना कैमूर से दानापुर होते हुए ट्रेन कटिहार तक जाएगी. इसके लिए कैमूर के डीएम को अधिकृत किया गया है. इसके अलावा आने वाले दिनों में और ट्रेन चलाने की योजना पर भी काम किया जा रहा है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग कोरोना जांच की क्षमता बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है. अभी 1900 से 2000 प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता है, जिसे 10 हजार करने का लक्ष्य रखा गया है.
सूचना एवं जन-सम्पर्क सचिव ने कहा कि आज दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य को लेकर 21 ट्रेनें बिहार आ रही हैं, जिनमें 26 हजार 970 लोग आ रहे हैं. बुधवार को 24 ट्रेनों के आने की सूचना है. जिनमें 30 हजार 348 लोगों के आने की सूचना है.

172 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे
अनुपम कुमार ने कहा कि बिहार में ब्लाक स्तर पर 3850 क्वॉरेंटाइन सेंटर में 1 लाख 54 हजार 2 सौ 9 आवासित हैं. ब्लाक स्तरीय क्वॉरेंटाइन सेंटर में की गई व्यवस्था की दूसरे जगह खुब प्रशंसा हो रही है. बिहार में हाल के दिनों बड़ी संख्या में लोग वापस आ रहे हैं. ऐसे में सरकार की तरफ से ऐसी व्यवस्थाएं की गई हैं. जिससे किसी को कोई परेशानी ना हो. जिलाधिकारी खुद इसकी मानिटरिंग करते हैं. ब्लाक क्वॉरेंटाइन सेंटर के साथ पंचायत क्वॉरेंटाइन सेंटर भी अपग्रेड किए जाए. इसके साथ-साथ हेल्थ क्वॉरेंटाइन सेंटर में बेड की संख्या बढ़ाई जाए. बिहार में 172 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं, जिसका लाभ तकरीबन 70 हजार लोग उठा रहे हैं.

लोगों के खालों में भेजी गई 1000 रूपये की राशि
सूचना सचिव ने बताया कि लॉक डाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के 19 लाख 58 हजार आवेदकों के खाते में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता के अंतर्गत 1000 रूपये की राशि भेज दी गई है. लॉक डाउन के समय में रोजगार सृजन को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है, अब तक 1 करोड़ 77 लाख 40 हजार कार्य दिवस का सृजन किया जा चुका है.

1259 वाहन आज किए गए जब्त
एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कहा कि लाॉक डाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है और कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों में जो अवरोध पैदा कर रहा है. उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर पिछले 24 घंटे में अब तक 19 एफआरआई दर्ज किए गए हैं. 15 गिरफ्तारियां हुई हैं और 1259 वाहन जब्त किए गए है.

लौटे प्रवासियों में 190 मिले पॉजिटिव
वीडियो कांफ्रेंसिंग में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में कोरोना पाजिटिव केस का आंकड़ा 796 हो गया है. बिहार में अब तक कोरोना संक्रमण के 37430 जांच किए जा चुके हैं. कुल जांच के 2.1 फीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव हुए हैं. कोरोना से अब तक कुल 383 लोग स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं. कोरोना संक्रमण से अब तक 48 फीसदी लोग ठीक हो चुके हैं. बिहार लौटे प्रवासी लोगों में संक्रमण की स्थिति को लेकर स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि अब तक ऐसे 190 लोग जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.

पटनाः वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सूचना और जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि 7 दिनों के अंदर बिहार के बाहर फंसे लोगों को वापस लाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. कोरोना टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाई जाए और स्किल सर्वे के साथ स्किल मैपिंग भी कराई जाए. अनुपम कुमार ने कहा बिहार के अंदर कैमूर से दानापुर बरौनी होते हुए कटिहार तक ट्रेन चलाने का भी फैसला हुआ है. इसके साथ बाहर से ट्रेन के साथ बस से भी लोगों को लाने का फैसला हुआ है.
10 हजार टेस्ट क्षमता बढ़ाने पर काम शुरू
सूचना सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर संबंधित विभाग काम कर रहा है. लोगों को बाहर से बिहार लाने के लिए आपदा प्रबंध विभाग ने काम करना शुरु कर दिया है. ट्रेनों के साथ-साथ बसों से भी लोगों को वापस लाया जाएगा. नजदीक के राज्यों से बसों से लोगों को वापस लाया जाएगा. जो बिहार में फंसे हैं, उनको भी भेजा जाना है. इसको लेकर एसओपी निर्गत किया जा रहा है. विज्ञापन के जरिए भी इसकी जानकारी दी जाएगी.

देखें पूरी रिपोर्ट

लोगों के आवाजाही के लिए ट्रेन सेवा शुरु
अनुपम कुमार ने कहा कि बिहार के अंदर लोगों के आवाजाही के लिए ट्रेन सेवा शुरु कर दी गई है. इसकी शुरुआत कैमूर से हुई. रोजाना कैमूर से दानापुर होते हुए ट्रेन कटिहार तक जाएगी. इसके लिए कैमूर के डीएम को अधिकृत किया गया है. इसके अलावा आने वाले दिनों में और ट्रेन चलाने की योजना पर भी काम किया जा रहा है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग कोरोना जांच की क्षमता बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है. अभी 1900 से 2000 प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता है, जिसे 10 हजार करने का लक्ष्य रखा गया है.
सूचना एवं जन-सम्पर्क सचिव ने कहा कि आज दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य को लेकर 21 ट्रेनें बिहार आ रही हैं, जिनमें 26 हजार 970 लोग आ रहे हैं. बुधवार को 24 ट्रेनों के आने की सूचना है. जिनमें 30 हजार 348 लोगों के आने की सूचना है.

172 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे
अनुपम कुमार ने कहा कि बिहार में ब्लाक स्तर पर 3850 क्वॉरेंटाइन सेंटर में 1 लाख 54 हजार 2 सौ 9 आवासित हैं. ब्लाक स्तरीय क्वॉरेंटाइन सेंटर में की गई व्यवस्था की दूसरे जगह खुब प्रशंसा हो रही है. बिहार में हाल के दिनों बड़ी संख्या में लोग वापस आ रहे हैं. ऐसे में सरकार की तरफ से ऐसी व्यवस्थाएं की गई हैं. जिससे किसी को कोई परेशानी ना हो. जिलाधिकारी खुद इसकी मानिटरिंग करते हैं. ब्लाक क्वॉरेंटाइन सेंटर के साथ पंचायत क्वॉरेंटाइन सेंटर भी अपग्रेड किए जाए. इसके साथ-साथ हेल्थ क्वॉरेंटाइन सेंटर में बेड की संख्या बढ़ाई जाए. बिहार में 172 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं, जिसका लाभ तकरीबन 70 हजार लोग उठा रहे हैं.

लोगों के खालों में भेजी गई 1000 रूपये की राशि
सूचना सचिव ने बताया कि लॉक डाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के 19 लाख 58 हजार आवेदकों के खाते में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता के अंतर्गत 1000 रूपये की राशि भेज दी गई है. लॉक डाउन के समय में रोजगार सृजन को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है, अब तक 1 करोड़ 77 लाख 40 हजार कार्य दिवस का सृजन किया जा चुका है.

1259 वाहन आज किए गए जब्त
एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कहा कि लाॉक डाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है और कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों में जो अवरोध पैदा कर रहा है. उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर पिछले 24 घंटे में अब तक 19 एफआरआई दर्ज किए गए हैं. 15 गिरफ्तारियां हुई हैं और 1259 वाहन जब्त किए गए है.

लौटे प्रवासियों में 190 मिले पॉजिटिव
वीडियो कांफ्रेंसिंग में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में कोरोना पाजिटिव केस का आंकड़ा 796 हो गया है. बिहार में अब तक कोरोना संक्रमण के 37430 जांच किए जा चुके हैं. कुल जांच के 2.1 फीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव हुए हैं. कोरोना से अब तक कुल 383 लोग स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं. कोरोना संक्रमण से अब तक 48 फीसदी लोग ठीक हो चुके हैं. बिहार लौटे प्रवासी लोगों में संक्रमण की स्थिति को लेकर स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि अब तक ऐसे 190 लोग जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.

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