पटना : बिहार में एसटीईटी परीक्षा 4 सितंबर से शुरू हो रही है. बिहार बोर्ड ने एसटीईटी का एडमिट कार्ड जारी कर दिया है. अब हजारों अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड में गड़बड़ी सामने आ रही है. अभ्यर्थी गड़बड़ी में सुधार कराने के लिए बोर्ड ऑफिस का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कहीं किसी के परेशानी कम नहीं हो रही है. एडमिट कार्ड में किसी पुरुष अभ्यर्थी को महिला बता दिया गया है, तो किसी अभ्यर्थी के सब्जेक्ट को बदल दिया गया है. वहीं कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनके एडमिट कार्ड में माता-पिता का नाम बदला हुआ है.
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बोर्ड का सर्वर घटिया होने का आरोप : अभ्यर्थियों का कहना है कि रजिस्ट्रेशन फॉर्म सही भरा गया है. रजिस्ट्रेशन फॉर्म हाथ में लेकर अभ्यर्थी बोर्ड ऑफिस का चक्कर काट रहे हैं और बिहार बोर्ड पर आरोप लगा रहे हैं कि बिहार बोर्ड ने बहुत ही खराब सर्वर बनाया है. इसके कारण भारी संख्या में एडमिट कार्ड में त्रुटि हुई है और इसके सुधार को लेकर बिहार बोर्ड कुछ नहीं कर रहा. ऐसे में सैकड़ों की तादाद में STET अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को बिहार बोर्ड के गेट पर प्रदर्शन किया.
किसी का विषय, तो किसी का डेट ऑफ बर्थ चेंज : अभ्यर्थी मोहन कुमारी ने बताया कि परीक्षा फॉर्म उन्होंने सही भरा था लेकिन जब एडमिट कार्ड आया तो एडमिट कार्ड में उनके पिता का नाम बदल दिया गया. 3 दिन से बोर्ड ऑफिस का चक्कर काट रही है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है और वह काफी परेशान है.प्रभा कुमारी ने बताया कि उन्होंने अपने विषय में सोशल साइंस भरा था और एडमिट कार्ड में हिंदी विषय के लिए एडमिट कार्ड आया है. स्पष्ट है कि जब परीक्षा के बाद डॉक्युमेंट वेरीफिकेशन होगा तो वह छंट जाएंगी.
"रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर पिता का नाम रामखेलावन ठाकुर है जो सही है और एडमिट कार्ड पर दिलीप चौधरी कर दिया गया है. एडमिट कार्ड में उनका डेट ऑफ बर्थ भी बदला हुआ है और जिस सब्जेक्ट के लिए उन्होंने अप्लाई किया था सब्जेक्ट भी बदला हुआ है". - मोहन कुमारी, अभ्यर्थी
परीक्षा के बदले बोर्ड ऑफिस का लगा रहे चक्कर : प्रभा ने बताया कि "परीक्षा 4 सितंबर से ही शुरू हो रही है और 10 सितंबर को उनकी परीक्षा है. लेकिन वह परीक्षा के लिए कोई तैयारी नहीं कर पा रही है क्योंकि एडमिट कार्ड को सुधरवाने में ही वह विगत तीन दिनों से परेशान है और बोर्ड ने एडमिट कार्ड में सुधार का ऑप्शन भी दिया तो वेबसाइट काम नहीं किया". दर्जनों युवकों ने यही समस्या दोहराई की उन्होंने फॉर्म भरते समय विषय कुछ और लिखा था और एडमिट कार्ड किसी और विषय का आया है.
विवेक को बना दिया रंजना : इसी बीच एक अभ्यर्थी विवेक कुमार काफी परेशान दिखे और उन्होंने बताया कि बिहार बोर्ड ने परीक्षा फार्म भरवाने के लिए बहुत ही घटिया क्वालिटी की वेबसाइट का इस्तेमाल किया. यही कारण है कि एडमिट कार्ड में इतनी त्रुटि देखने को मिल रही है. उन्होंने बताया कि उनके एडमिट कार्ड में उन्हें फीमेल कर दिया गया है. इसके लिए वह काफी परेशान है. 3 दिन से अपने एडमिट कार्ड में सुधार करने के लिए वह बिहार बोर्ड का चक्कर काट रहे हैं लेकिन बिहार बोर्ड के कोई अधिकारी के कान पर जू नहीं रेंग रहा.
"विवेक कुमार की जगह मेरा नाम रंजना कुमारी करके एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया है. एडमिट कार्ड में माता का भी नाम बदल दिया गया है. कोई सुनवाई नहीं हो रही है और मेरी तरह सैकड़ों अभ्यर्थी परेशान भटक रहे हैं".- विवेक कुमार, अभ्यर्थी