पटना: राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों में व्याख्याताओं की नियुक्ति के लिए अनुशंसा भेजी जा चुकी है. कुल 4638 पदों पर नियुक्ति के लिए अधियाचना की गई है. यह जानकारी राज्य के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर (Education Minister Professor Chandrashekhar) ने शुक्रवार को बिहार विधान परिषद में एक प्रश्न के जवाब में दी. विधान पार्षद अनिल कुमार एक तारांकित प्रश्न कर जवाब जानना चाहते थे.
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व्याख्याताओं की नियुक्ति पर सवाल: दरअसल, विधान पार्षद अनिल कुमार ने तारांकित प्रश्न द्वारा यह जानने की कोशिश की कि क्या सभी विश्वविद्यालयों के अंतर्गत सभी महाविद्यालयों में व्याख्याताओं एवं शिक्षकों के पद पिछले 10 सालों से रिक्त पड़े हुए हैं? महाविद्यालयों की भांति सूबे के कई तकनीकी एवं अन्य शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं. क्या शिक्षकों की कमी एवं शैक्षिक कैलेंडर पूरा नहीं होने से छात्रों के कैरियर निर्माण में सूबे के युवाओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है? सरकार शिक्षकों एवं व्याख्याताओं की नियुक्ति करना चाहती है और यदि हां तो कब तक?
3258 पदों पर नियुक्ति के लिए अनुशंसा भेजी जा चुकी है: इस प्रश्न का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने आसन के माध्यम से सदन को यह जानकारी दी कि वस्तुस्थिति यह है कि वर्ष 2016 से अब तक बिहार लोक सेवा आयोग एवं बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के माध्यम से विभिन्न विषयों में राज्य के विश्वविद्यालयों के अंतर्गत कुल 3258 पदों पर नियुक्ति के लिए अनुशंसा भेजी जा चुकी है.
विश्वविद्यालयों के शैक्षणिक कैलेंडर होंगे नियमित: प्रोफेसर चंद्रशेखर ने सदन में यह भी जानकारी दी कि वस्तुस्थिति यह है कि राज्य सरकार द्वारा राज्य के विश्वविद्यालयों के शैक्षणिक कैलेंडर को नियमित करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए बिहार राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के स्तर पर विशेषज्ञों की समिति गठित की गई है तथा उसके प्रतिवेदन के आलोक में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है, साथ ही राज्य में शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए भी कार्रवाई की जा रही है.
नियुक्ति की कार्रवाई पूरी करने का निर्देश दिया गया है: उन्होंने यह भी बताया कि बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग को कुल 4638 पदों पर नियुक्ति के लिए अधियाचना की गई है. जिसके विरुद्ध 26 विषयों में 461 पदों पर आयोग द्वारा चयन प्रक्रिया पूरी करते हुए अनुशंसा विभाग में उपलब्ध कराई गई है. जिसे सभी विश्वविद्यालयों को भेजा चुका है साथ ही विभागीय पत्रांक द्वारा अनुशंसित पदों पर शीघ्र नियुक्ति की कार्रवाई पूरी करने का निर्देश सभी विश्वविद्यालयों को दिया गया है.