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Cyber Crime: ऑक्सीजन और दवा के नाम पर ठगने वालों पर EOU की कार्रवाई, 31 गिरफ्तार

पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने कहा है कि ऑक्सीजन सिलेंडर, जीवनरक्षक दवाओं से लेकर इंजेक्शन के नाम पर साइबर क्राइम (Cyber Crime In Bihar) करने वाले बच नहीं पाएंगे. ऐसे लोगों को लगातार गिरफ्तार (cyber criminals) किया जा रहा है.

cyber criminals in bihar
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Published : May 31, 2021, 7:19 PM IST

पटना: कोरोना काल में ऑक्सीजन सिलेंडर, रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection In Bihar ) से लेकर बेड दिलाने के नाम पर ठगी (Cyber Crime ) करने के मामलों ने पुलिस को परेशान कर रखा है. ऐसे जालसाजों के खिलाफ पुलिस मुख्यालय और बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offences Unit) लगातार कार्रवाई कर रहा है. साइबर अपराधियों (cyber criminals) की गिरफ्तारी की जा रही है.

यह भी पढ़ें- पटना: कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ ऑपरेशन, साइबर अपराधियों पर शिकंजा कस रही EOU

साइबर क्राइम पर शिकंजा
राजधानी पटना के कुछ अस्पतालों के डॉक्टरों, कर्मचारियों और असामाजिक तत्वों द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर, रेमडेसिविर दवा के नाम पर लाखों की ब्लैक मार्केटिंग कर पैसा कमाने का काम किया गया. आर्थिक अपराध इकाई और बिहार पुलिस द्वारा राजधानी पटना के कई अस्पतालों और ब्लैक मार्केटिंग करने वाले लोगों पर कार्रवाई की गई है. कोरोना संक्रमण के दूसरे फेज में इन दिनों ब्लैक फंगस कै भी काफी मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में अस्पतालों में ब्लैक फंगस की दवाई की किल्लत महसूस की जा रही है. पुलिस की ओर से लोगों को सचेत रहने को कहा गया है. क्योंकि अब साइबर फ्रॉड के भी कई मामले सामने आ रहे हैं.

साइबर अपराधियों पर कसी जा रही नकेल

यह भी पढ़ें- महंगी पड़ी ऑनलाइन शॉपिंग, ठगों ने दो खातों से उड़ाए लाखों

'आर्थिक अपराध इकाई द्वारा दो तरह की कार्रवाई की जा रही है. पहला तो ऑक्सीजन सिलेंडर और कोरोना महामारी से संबंधित दवाओं की कालाबाजारी और अवैध भंडारण को लेकर कार्रवाई की जा रही है. दूसरा सोशल मीडिया के माध्यम से साइबर ठग इस महामारी का फायदा उठाते हुए लोगों को दवा, ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई को कई ऐसी शिकायतें मिली हैं, जिसमें सोशल मीडिया के माध्यम से साइबर फ्रॉड किया जा रहा है.'- जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

यह भी पढ़ें- सावधान! अब वर्चुअल नंबर से हो रहा साइबर फ्रॉड, आपको बचाएंगे ये टिप्स

कोरोनाकाल में मिलीं कई शिकायतें
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा दो विशेष टीमों का गठन किया गया है. अस्पतालों में कार्यरत एंबुलेंस और निजी एंबुलेंस संचालकों द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों से अधिक किराया वसूलने की शिकायतें मिल रहीं थीं. इस पर विधि सम्मत कार्रवाई की गई. कालाबाजारी और अवैध भंडारण को लेकर लगातार आर्थिक अपराध इकाई द्वारा बनाए गए नियंत्रण कक्ष में विगत दिनों में 80 से 100 विभिन्न प्रकार की ठगी की शिकायतें मिल चुकी हैं.

'ऑक्सीजन सिलेंडर और दवा उपलब्ध कराने के नाम पर ठगी की जा रही है. पैसे मांगे जाते हैं, पैसे मिलने के बाद डिलीवरी नहीं दी जाती है. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा विशेष टीम बनाकर अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. और आगे भी यह कार्रवाई चलती रहेगी. दिल्ली पुलिस को भी कई सूचनाएं प्राप्त हुई थी कि बिहार के कई जिलों से दिल्ली के लोगों के साथ भी ठगी की गई है. जिसके बाद दिल्ली पुलिस, बिहार पुलिस के सहयोग से पटना, नवादा और नालंदा जिलों से अपराधियों को गिरफ्तार कर दिल्ली ले गई है.'- जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

यह भी पढ़ें- नालंदा: साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़, 6 शातिर गिरफ्तार

कई जगहों से हुई गिरफ्तारी
विगत 13 मई को आर्थिक अपराध इकाई द्वारा राजधानी पटना के शास्त्री नगर थाना अंतर्गत यूनिक हॉस्पिटल के डायरेक्टर अबुल वफा और उनके कर्मचारी को 50,000 रुपये में ऑक्सीजन सिलेंडर कर ब्लैक मार्केटिंग करते रंगे हाथ पकड़ा गया था. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा पटना जिला में 5 कांड दर्ज कर 14 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें काफी मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन सिलेंडर रेगुलेटर, रेमडेसिविर इंजेक्शन भी बरामद किया गया था. अब तक 283 छापेमारी करते हुए 10 कांड दर्ज किये जा चुके हैं. जिसमें 17 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है. इस कार्रवाई में 346 ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद किया गया है. यही नहीं आर्थिक अपराध इकाई और बिहार पुलिस ने मिलकर कई ऐसे एंबुलेंस चालकों को भी गिरफ्तार किया है जो कि कोरोना मरीज के परिजनों से अधिक रकम वसूलने का काम कर रहे थे.

यह भी पढ़ें- महिला के बैंक खाते से 1.5 लाख की अवैध निकासी, मजदूरी कर बेटी की शादी के लिए जोड़े थे पैसे

आर्थिक अपराध इकाई द्वारा 8 सदस्य विशेष साइबर टीम का गठन किया गया है. इस टीम के द्वारा अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि अधिकांश साइबर अपराधी नालंदा पटना एवं शेखपुरा से ऑपरेट कर रहे हैं. विशेष अभियान चलाते हुए नालंदा से 5, नवादा से सात कुल 1 दर्जन साइबर अपराधियों की भी गिरफ्तारी की गई है.

  • अब तक मिलीं शिकायतें: 80 से 100 विभिन्न प्रकार की ठगी के मामले
  • ईओयू की कार्रवाई : 5 कांड दर्ज, 14 अभियुक्त गिरफ्तार
  • पटना में कार्रवाई: 283 छापेमारी, 10 कांड दर्ज, 17 अभियुक्त गिरफ्तार, 346 ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद
  • साइबर क्राइम इन जगहों से हो रहा था ऑपरेट: नालंदा, पटना, शेखपुरा
  • पटना: 2 साइबर अपराधी गिरफ्तार
  • नालंदा: 5 गिरफ्तार
  • नवादा: 7 गिरफ्तार

पटना: कोरोना काल में ऑक्सीजन सिलेंडर, रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection In Bihar ) से लेकर बेड दिलाने के नाम पर ठगी (Cyber Crime ) करने के मामलों ने पुलिस को परेशान कर रखा है. ऐसे जालसाजों के खिलाफ पुलिस मुख्यालय और बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offences Unit) लगातार कार्रवाई कर रहा है. साइबर अपराधियों (cyber criminals) की गिरफ्तारी की जा रही है.

यह भी पढ़ें- पटना: कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ ऑपरेशन, साइबर अपराधियों पर शिकंजा कस रही EOU

साइबर क्राइम पर शिकंजा
राजधानी पटना के कुछ अस्पतालों के डॉक्टरों, कर्मचारियों और असामाजिक तत्वों द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर, रेमडेसिविर दवा के नाम पर लाखों की ब्लैक मार्केटिंग कर पैसा कमाने का काम किया गया. आर्थिक अपराध इकाई और बिहार पुलिस द्वारा राजधानी पटना के कई अस्पतालों और ब्लैक मार्केटिंग करने वाले लोगों पर कार्रवाई की गई है. कोरोना संक्रमण के दूसरे फेज में इन दिनों ब्लैक फंगस कै भी काफी मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में अस्पतालों में ब्लैक फंगस की दवाई की किल्लत महसूस की जा रही है. पुलिस की ओर से लोगों को सचेत रहने को कहा गया है. क्योंकि अब साइबर फ्रॉड के भी कई मामले सामने आ रहे हैं.

साइबर अपराधियों पर कसी जा रही नकेल

यह भी पढ़ें- महंगी पड़ी ऑनलाइन शॉपिंग, ठगों ने दो खातों से उड़ाए लाखों

'आर्थिक अपराध इकाई द्वारा दो तरह की कार्रवाई की जा रही है. पहला तो ऑक्सीजन सिलेंडर और कोरोना महामारी से संबंधित दवाओं की कालाबाजारी और अवैध भंडारण को लेकर कार्रवाई की जा रही है. दूसरा सोशल मीडिया के माध्यम से साइबर ठग इस महामारी का फायदा उठाते हुए लोगों को दवा, ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई को कई ऐसी शिकायतें मिली हैं, जिसमें सोशल मीडिया के माध्यम से साइबर फ्रॉड किया जा रहा है.'- जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

यह भी पढ़ें- सावधान! अब वर्चुअल नंबर से हो रहा साइबर फ्रॉड, आपको बचाएंगे ये टिप्स

कोरोनाकाल में मिलीं कई शिकायतें
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा दो विशेष टीमों का गठन किया गया है. अस्पतालों में कार्यरत एंबुलेंस और निजी एंबुलेंस संचालकों द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों से अधिक किराया वसूलने की शिकायतें मिल रहीं थीं. इस पर विधि सम्मत कार्रवाई की गई. कालाबाजारी और अवैध भंडारण को लेकर लगातार आर्थिक अपराध इकाई द्वारा बनाए गए नियंत्रण कक्ष में विगत दिनों में 80 से 100 विभिन्न प्रकार की ठगी की शिकायतें मिल चुकी हैं.

'ऑक्सीजन सिलेंडर और दवा उपलब्ध कराने के नाम पर ठगी की जा रही है. पैसे मांगे जाते हैं, पैसे मिलने के बाद डिलीवरी नहीं दी जाती है. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा विशेष टीम बनाकर अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. और आगे भी यह कार्रवाई चलती रहेगी. दिल्ली पुलिस को भी कई सूचनाएं प्राप्त हुई थी कि बिहार के कई जिलों से दिल्ली के लोगों के साथ भी ठगी की गई है. जिसके बाद दिल्ली पुलिस, बिहार पुलिस के सहयोग से पटना, नवादा और नालंदा जिलों से अपराधियों को गिरफ्तार कर दिल्ली ले गई है.'- जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

यह भी पढ़ें- नालंदा: साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़, 6 शातिर गिरफ्तार

कई जगहों से हुई गिरफ्तारी
विगत 13 मई को आर्थिक अपराध इकाई द्वारा राजधानी पटना के शास्त्री नगर थाना अंतर्गत यूनिक हॉस्पिटल के डायरेक्टर अबुल वफा और उनके कर्मचारी को 50,000 रुपये में ऑक्सीजन सिलेंडर कर ब्लैक मार्केटिंग करते रंगे हाथ पकड़ा गया था. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा पटना जिला में 5 कांड दर्ज कर 14 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें काफी मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन सिलेंडर रेगुलेटर, रेमडेसिविर इंजेक्शन भी बरामद किया गया था. अब तक 283 छापेमारी करते हुए 10 कांड दर्ज किये जा चुके हैं. जिसमें 17 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है. इस कार्रवाई में 346 ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद किया गया है. यही नहीं आर्थिक अपराध इकाई और बिहार पुलिस ने मिलकर कई ऐसे एंबुलेंस चालकों को भी गिरफ्तार किया है जो कि कोरोना मरीज के परिजनों से अधिक रकम वसूलने का काम कर रहे थे.

यह भी पढ़ें- महिला के बैंक खाते से 1.5 लाख की अवैध निकासी, मजदूरी कर बेटी की शादी के लिए जोड़े थे पैसे

आर्थिक अपराध इकाई द्वारा 8 सदस्य विशेष साइबर टीम का गठन किया गया है. इस टीम के द्वारा अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि अधिकांश साइबर अपराधी नालंदा पटना एवं शेखपुरा से ऑपरेट कर रहे हैं. विशेष अभियान चलाते हुए नालंदा से 5, नवादा से सात कुल 1 दर्जन साइबर अपराधियों की भी गिरफ्तारी की गई है.

  • अब तक मिलीं शिकायतें: 80 से 100 विभिन्न प्रकार की ठगी के मामले
  • ईओयू की कार्रवाई : 5 कांड दर्ज, 14 अभियुक्त गिरफ्तार
  • पटना में कार्रवाई: 283 छापेमारी, 10 कांड दर्ज, 17 अभियुक्त गिरफ्तार, 346 ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद
  • साइबर क्राइम इन जगहों से हो रहा था ऑपरेट: नालंदा, पटना, शेखपुरा
  • पटना: 2 साइबर अपराधी गिरफ्तार
  • नालंदा: 5 गिरफ्तार
  • नवादा: 7 गिरफ्तार
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