पटना: पटना जंक्शन पर ई रिक्शा के लिए स्थाई स्टैंड की मांग के लिए सैकड़ों चालक आज राबड़ी आवास पर पहुंचे. वहां जाने के बाद चालकों ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मिलने के लिए फरियाद किया. चालकों की मांग है कि जंक्शन के आसपास क्षेत्र में ई रिक्शा लगाने के लिए हमलोगों को स्थाई स्टैंड नहीं दिया गया है. इसके कारण आर ब्लॉक से आगे किसी भी यात्री को हमलोग नहीं पहुंचा पाते हैं. जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. राजधानी पटना में कई जगह पर पुलिस भी हम लोगों को पीट देती है. इसी समस्या के चलते एकसाथ मिलकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिलने यहां आए हैं. जबकि आवास के बाहर हमलोगों को प्रशासन ने यहां से हटा दिया है.
ये भी पढ़ें: रेल यात्रा पर कोहरे का असर, देरी से चल रही कई ट्रेनें, कई ट्रेनों को किया गया रद्द
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात की मांग: पटना के राजापुर निवासी ई रिक्शा चालक प्रमोद सिंह कहना है कि हम लोग किस्त पर ई- रिक्शा खरीदे हैं. जिससे हमलोग स्थाई स्टैंड नहीं होने के कारण कहीं भी पूरे पटना में सही से ई रिक्शा नहीं चला पाते हैं. जिससे हमलोग अपने परिवार के साथ ही किस्त जमा करने के लिए नहीं कमा पाते हैं. जिससे हमलोग काफी परेशान हैं. हमलोग अगर कहीं भी पैसेंजर को बैठाने के लिए कुछ समय तक रूकते हैं. तब पुलिस वाले हमलोगों को पीटने लगते हैं. इसके बावजूद हमलोगों से फाइन भी वसूला जाता है. इसीलिए हमलोग एकसाथ मिलकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पास पहुंचे हैं. हालांकि स्थानीय प्रशासन हमलोगों को वापस कर रही है. उनलोगों को कहना है कि पता नहीं हमलोगों की समस्या कौन सुनेगा..?
ई रिक्शा स्टैंड की मांग: इसके बाद आर ब्लॉक निवासी प्रदीप कुमार ने कहा कि पुलिस हम लोगों के साथ मारपीट करती है. पुलिस वाले आर ब्लॉक से भी ठीक ढंग से रिक्शा लगाकर यात्री को नहीं उठाने देती है. इसीलिए हमलोग उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पास पहुंचे थे. वहीं ई रिक्शा चालक अजीत कुमार ने कहा कि हम लोग काफी तकलीफ में है. भुखमरी के कगार पर आ गए हैं. लेकिन हमलोगों को न्याय दिलाने वाला कोई नहीं है. सरकार की मांग है कि रेलवे स्टेशन, गांधी मैदान के साथ आर ब्लॉक के पास अलग से ई रिक्शा स्टैंड बनाए जिससे हमलोग अपना जीवन यापन ठीक ढंग से कर पाए.
"हम लोग किस्त पर ई-रिक्शा खरीदे हैं. जिससे हमलोग स्थाई स्टैंड नहीं होने के कारण कहीं भी पूरे पटना में सही से ई रिक्शा नहीं चला पाते हैं. इस तरह से हमलोग अपने परिवार के साथ ही रिक्शा के किस्त जमा करने में असमर्थ हो जाते हैं. हमलोग अगर कहीं भी पैसेंजर को बैठाने के लिए कुछ समय तक रूकते हैं उस समय भी पुलिस वाले हमलोगों को पीटने लगते हैं'.- प्रमोद कुमार, ई रिक्शा चालक
ये भी पढ़ें- ठंड और कोहरे के कारण लेट चल रही हैं बिहार की ये ट्रेनें, देखें लिस्ट