पटना: बिहार की राजधानी पटना में रविवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े लाल और बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री तेजप्रताप यादव ने अपने सरकारी आवास पर छात्र राजद और डीएसएस की बैठक बुलाई. इस बैठक में लालू यादव भी शरीक हुए और तेज प्रताप यादव के साथ-साथ छात्र राजद भारत और डीएसएस के तमाम कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर पकड़ बनाने का निर्देश दिया.
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'बूथ स्तर तक डीएसएस को ले जाया जाएगा' : इस तेज प्रताप यादव ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने जो कुछ भी दिशा निर्देश दिया है. उसका पालन किया जाएगा और वह बूथ स्तर तक डीएसएस और छात्र राजद के संगठन की पकड़ को मजबूत बनाने के लिए कार्य करेंगे. केंद्र सरकार गरीब विरोधी है और मजदूरों के ऊपर अत्याचार कर रही है. केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों को डीएसएस के कार्यकर्ता गांव गांव में जाकर बताएंगे.
"तेज प्रताप ने कहा कि आरएसएस की मानसिकता के खिलाफ कार्य करते हुए उसे देश से बाहर फेंकने के लिए डीएसएस कार्यकर्ता जुट गए हैं. आरएसएस भाई भाई में फूट डालती है और हिंदू मुस्लिम में लड़ाई कराती है. वहीं डीएसएस का संकल्प है हिंदू मुस्लिम प्रेम और सौहार्द से रहे. डीएसएस देश की एकता के लिए हिंदू मुस्लिम एकजुटता के लिए काम करेगी."- तेज प्रताप यादव, मंत्री, वन एवं पर्यावरण
'आरएसएस की विचारधारा के विरोध में काम करेगी डीएसएस ': देश में जिस प्रकार तमाम दल भाजपा के खिलाफ एकजुट है. उससे भाजपा डर गई है. डीएसएस और छात्र राजद भारत के सभी जिला अध्यक्ष का मनोनयन कर दिया गया है और अब इस संगठन को पूरे देश में विस्तार किया जाएगा. डीएसएस यूपी और झारखंड के पदाधिकारी भी पहुंचे हुए हैं. डीएसएस आरएसएस के विचारधारा के खिलाफ लगातार काम कर रही है. राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने जो कुछ भी दिशा निर्देश दिया है उससे पूरी तरह पालन किया जाएगा.