पटना: राजधानी पटना के रहने वाले दंत चिकित्सक आशुतोष त्रिवेदी लोगों के दांतों का इलाज करते हैं. लेकिन, इसके बदले गरीब मरीज से पैसे नहीं लेते हैं. आपके मन में सवाल कौंध रहा होगा कि इलाज के बदले वो फी के रूप में क्या लेते हैं. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि डॉक्टर आशुतोष त्रिवेदी को गरीब मरीज फीस के रूप में गणेश की मूर्ति गिफ्ट में देते हैं.
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मुंबई से शुरू की गणपति पूजाः आशुतोष त्रिवेदी पटना के बोरिंग कैनाल रोड में अपनी क्लीनिक चलाते है. क्लीनिक को मंदिर की तरह बनाकर रखे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में आशुतोष त्रिवेदी ने कहा कि उन्होंने भगवान गणपति की आराधना मुंबई से शुरू की. वर्ष 2005 में सिद्धिविनायक मंदिर गये और वहां पर भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना की. पूजा अर्चना करने के बाद मुझे लगा कि घर में भी गणेश भगवान की मूर्ति को रखना चाहिए पूजा अर्चना करना चाहिए.
![डॉक्टर आशुतोष त्रिवेदी की क्लीनिक में रखी गणेश की प्रतिमा.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/22-09-2023/br-pat-05-dental-doctor-ganesh-murti_21092023205509_2109f_1695309909_769.jpg)
"मुझे गणपति भगवान को देखकर यह लगा कि दांत एक टूटा हुआ है जो मेरे प्रोफेशनल से जुड़ा हुआ था और कुछ चीज ऐसी होती है जो दिल को अट्रैक्ट करता है और इसी का नतीजा है कि आज तक हम गणपति बप्पा का पूजा अर्चना करते आ रहे हैं."- आशुतोष त्रिवेदी, दंत चिकित्सक
![डॉक्टर आशुतोष त्रिवेदी की क्लीनिक में रखी गणेश की प्रतिमा.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/22-09-2023/br-pat-05-dental-doctor-ganesh-murti_21092023205509_2109f_1695309909_372.jpg)
सभी मूर्तियां हैं एक दूसरे से है अलग: डॉक्टर आशुतोष त्रिवेदी ने कहा कि वो सिद्धि विनायक से गणेश भगवान की मूर्ति को कलेक्ट करना शुरू किया. उसके बाद उनके मित्र रिलेटिव गणपति बप्पा का भक्त समझ कर गणेश जी की मूर्ति गिफ्ट करने लगे. गणेश जी की मूर्ति को वो अपने क्लीनिक में सजा कर रखने लगे हैं. जो भी मरीज उनकी क्लीनिक में आते हैं वह हमारे गणपति बप्पा के मूर्तियों का कलेक्शन देखकर हैरान रह जाते हैं. यह सभी मूर्तियां अलग-अलग प्रकार की हैं एक दूसरे से मैच नहीं होती है.
![डॉक्टर आशुतोष त्रिवेदी की क्लीनिक में रखी गणेश की प्रतिमा.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/22-09-2023/br-pat-05-dental-doctor-ganesh-murti_21092023205509_2109f_1695309909_465.jpg)
गिफ्ट करते हैं मरीजः डॉक्टर आशुतोष ने बताया कि हमारे पास जो गणेश जी की मूर्ति है उसमें 1 इंच से लेकर 7 फीट तक की है.अभी 2100 गणेश भगवान की मूर्ति हमारे क्लीनिक में मौजूद है. जिसमें देश के कई राज्यों की मूर्तियां है. जिसमें आधा वैसे मरीजों के द्वारा दिया गया है जो अपने इलाज के लिए फीस नहीं बल्कि मुझे गणपति बप्पा की मूर्ति गिफ्ट किए हैं. जिन लोगों के पास पैसा नहीं होता है वह लोग गिफ्ट में मुझे गणेश जी की मूर्ति देते हैं. वह जानते हैं कि डॉक्टर साहब इस गिफ्ट को स्वीकार करेंगे.
![डॉक्टर आशुतोष त्रिवेदी की क्लीनिक में रखी गणेश की प्रतिमा.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/22-09-2023/br-pat-05-dental-doctor-ganesh-murti_21092023205509_2109f_1695309909_560.jpg)
अमीरों के पैसे से गरीबों का होता इलाजः डॉ आशुतोष त्रिवेदी ने यह भी कहा कि भगवान गणेश की पूजा सभी देवों के पहले की जाती है. गणेश भगवान का हर एक अंग कुछ ना कुछ संदेश भी देता है लोगों को जानना चाहिए अपने धर्म आस्था पर विश्वास भी करना चाहिए. उन्होंने कहा की एक डॉक्टर होने के नाते मैं सभी लोगों से यही कहना चाहता हूं कि पैसा लेकर डॉक्टर इलाज करते हैं, उसके बदले में कई लोगों को रोजगार देते हैं साथ ही साथ गरीबों का भी इलाज होता है.