पटना: बिहार के सभी 40 लोकसभा क्षेत्रों में मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत मतदाताओं के सत्यापन का काम आज यानी 21 जुलाई से शुरू हो रहा है. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के तहत बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) राज्य के हर घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन करेंगे. इस दौरान किसी मतदाता की मृत्यु हो गई है या उसने अपना पता बदल लिया है, तो वैसे मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से हटा दिया जाएगा.
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मतदाताओं के सत्यापन का काम शुरू: मतदाता सत्यापन का काम 1 महीने तक चलेगा. इसके बाद 26 दिसंबर को सभी दावा-आपत्तियों का निष्पादन कर 5 जनवरी 2024 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा. मतदाताओं के सत्यापन के बाद अगले चरण में बूथों का नए सिरे से चिह्नित करना, मतदाता सूची की त्रुटियों को दूर करना, मतदाता सूची में बेहतर क्वालिटी के फोटोग्राफ को शामिल किया जाना शामिल है. सत्यापन के दौरान यह भी देखा जाना है कि मतदाता सूची में कोई ऐसी तस्वीर न हो जो गैर मानवीय हो, इसके बाद बूथ की परिधि का निर्धारण करने का काम किया जाना है. इसके बाद फॉर्मेट 1-8 को तैयार किया जाएगा.
अक्टूबर में होगा मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन: अगले चरण में 17 अक्टूबर को मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशित किया जाएगा. इसके साथ ही उसी दिन से मतदाताओं से मतदाता सूची में नाम शामिल करने, नाम हटाने, संशोधित करने, पता में संशोधन करने का दावा-आपत्ति प्राप्त किया जाएगा. इस दौरान दो शनिवार और रविवार को बूथों पर विशेष शिविर का आयोजन कर बीएलओ द्वारा दावा-आपत्ति प्राप्त की जाएगी.
घर-घर जाकर होगा सत्यापन का काम: बताते चलें कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य के सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी और बूथ लेवल ऑफिसर को आईटी से संबंधित और सभी प्रकार के गाइड लाइन और कानूनी प्रावधानों के प्रशिक्षण का काम पूरा कर लिया गया है. आयोग द्वारा पहले चरण के तहत लोकसभा चुनाव के पूर्व पहली जनवरी 2024 के आधार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम पूरा कर लिया गया है. पहले चरण का काम पहली जून से आरंभ किया गया है जो 20 जुलाई तक चला. दूसरे चरण के तहत आज 21 जुलाई से बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन किया जाएगा और यह कार्यक्रम एक माह तक चलेगा.