पटना: कोरोना काल में राजधानी के डॉक्टर ऑनलाइन हो गए हैं. दरअसल, संक्रमण को देखते हुए शहर के कई चिकित्सक घर में कैद लोगों को ऑनलाइन माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श देने का काम कर रहे हैं. बता दें कि राजधानी में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से अपना पांव अपना रहा है और संक्रमण के बढ़ते रफ्तार के कारण पटना के चिकित्सकों के क्लीनिक में अब मरीजों के आने की संख्या कम हो गई है.
संक्रमण के भय से मरीज क्लीनिक नहीं पहुंच रहे हैं. इसका असर यह हुआ कि पटना में ऑनलाइन मेडिकल काउंसलिंग का डिमांड इन दिनों काफी तेजी से बढ़ रहा है. डॉक्टर भी क्लीनिक में मरीजों को देखने के बजाय ऑनलाइन माध्यम से वीडियो कॉलिंग के द्वारा मरीजों का सलाह दे रहे हैं.
'ऑनलाइन कंसल्टेशन अच्छा उपाय'
इस मामले पर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने पटना के मशहूर टीबी रोग विशेषज्ञ सह फिजीशियन डॉ. दिवाकर तेजस्वी से बात कि तो उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पेशेंट को क्लीनिक में आने में थोड़ा भय लग रहा है और आवागमन में भी थोड़ी असुविधा रह रही है. उन्होने डॉक्टरों से अपील करते हुए कहा कि ऑनलाइन कंसल्टेशन को बढ़ावा दें.
उन्होंने बताया कि रूटीन चेकअप और फॉलोअप के लिए ऑनलाइन कंसल्टेशन अभी के समय बेहतर है. वे इस समय ऑनलाइन कंसल्टेशन के माध्यम से ही मरीजों को पहले से चल रही दवाईयों और उससे हो रहे प्रभाव और दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी ले रहे हैं. कोरोना काल में ऑनलाइन कंसल्टेशन एक अच्छा विकल्प है.
हर दिन 10 से ज्यादा मरीज ले रहे परामर्श
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि पटना में जैसे-जैसे संक्रमण बढ़ते जा रहा है लोगों का झुकाव ऑनलाइन कंसल्टेशन के तरफ भी ज्यादा बढ़ रहा है. उन्होंने बताया कि इस समय अगर कोई चिकित्सक इस समय 10 से 15 मरीजों को इलाज कर रहे हैं. तो उसमें से 5 मरीजों ऑनलाइन कंसल्टेशन ले रहे हैं. सामान्य दिनों की तरह वे इस समय भी सुबह अपनी दिनचर्या के हिसाब से घर में तैयार होकर बैठ जाते हैं और मरीजों का फोन और अन्य ऑनालाइन माध्यम से उपचार करते हैं. मरीजों का लक्षम जानने के बाद वे फोन पर ही दवाओं की लिस्ट मरीजों को नोट करा रहे हैं. कई बार जांच रिपोर्ट भी फोन पर ही देखना पड़ रहा है.
कई कंपनियां उपलब्ध करा रही सेवा
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि वर्तमान समय में कई कंपनियों के ऑनलाइन पोर्टल उपलब्ध है. जो ऑनलाइन उपचार से बेहतर फीचर उपरलब्ध करा रहे हैं. चिकित्सक अपनी सहूलियत के अनुसार से उस कंपनी से जुड़ते हैं और ऑनलाइन माध्यम से मरीजों की काउंसलिंग करते हैं. उन्होंने बताया कि जो विभिन्न प्रकार के कंपनियों के ऑनलाइन मेडिकल काउंसलिंग के पोर्टल है. उस पर वीडियो कॉलिंग की भी सुविधा उपलब्ध रहती है. डॉक्टर पेशेंट से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से कंसल्ट करते हैं.
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना वायरस के कारण स्वास्थ्य सेवा पर अतिरिक्त भार पड़ गया है. ऐसे में डॉक्टर भी तकनीक का भरपूर इस्तेमाल करते हुए कम गंभीर और क्रोनिक बीमारियों के लिए ऑनलाइन सलाह दे रहे हैं. क्लीनिक में भीड़ बढ़ने से रोकने के लिए और संक्रमण के खतरे से बचने के लिए डॉक्टर वीडियो कॉल और अन्य माध्यमों को सहरा ले रहे हैं. इसके अलावा नियमित फोन कॉल पर भी ऐसे मरीजों का इलाज किया जा रहा है जिन्हें डायबीटीज या किडनी से जुड़ी बीमारी है.