पटना: कोरोना वायरस की वजह से सरकार और प्रशासन अपनी मुस्तैदी का दावा हरदम करती रहती है. लेकिन इन दावों की हकीकत कुछ और ही है. दरअसल, शुक्रवार शाम पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित एग्जीबिशन रोड के एक होटल में सिवान के रहने वाले दो लोगों ने ओला ऐप के जरिए होटल की बुकिंग की. फिर वे लोग शाम को होटल में पहुंचे. वहीं, होटल के काउंटर पर बैठे हुए स्टाफ को जैसे ही दोनों लोगों के सिवान से आने की जानकारी प्राप्त हुई. होटल स्टाफ ने इस पूरे मामले की जानकारी तुरंत गांधी मैदान थानाध्यक्ष को दी.
पुलिस और डॉक्टर पहुंचे कारगिल चौक
होटल के स्टाफ की ओर से जानकारी मिलते ही पटना के कारगिल चौक पर लॉकडाउन का पालन करवा रहे गांधी मैदान थाना अध्यक्ष ने इस पूरे मामले की सूचना पीसीआर के माध्यम से कंट्रोल रूम को दी. जानकारी मिलते ही कुछ देर बाद जिला नियंत्रण कक्ष कंट्रोल रूम से पटना के कारगिल चौक पर पहुंचे. फिर डॉक्टरों की टीम भी पटना के कारगिल चौक पर पहुंची. जब ईटीवी भारत ने कारगिल चौक पर एंबुलेंस में मौजूद डॉक्टर जाफरी से बात कि तो उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम की ओर से उन्हें गलत सूचना प्रेषित की गई थी. इसी को लेकर वह आधी अधूरी तैयारी के साथ सिवान से आए दोनों लोगों का चेकअप करने पहुंचे थे.
डॉक्टरों की टीम का करते रहे इंतजार
मौके पर मौजूद डॉक्टर ने पुलिस पदाधिकारियों को जानकारी देते हुए कहा कि यह काम कंट्रोल रूम का नहीं है. यह काम स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन का है. डॉक्टर ने ही स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन कंट्रोल रूम की पोल खोल कर रख दी. वहीं, डॉक्टर गांधी मैदान थाना प्रभारी घंटों कंट्रोल रूम की ओर से भेजे जा रहे डॉक्टरों की टीम का इंतजार करते रहे.