पटनाः शहर के रामपुर में डीएम कुमार रवि और एसएसपी गरिमा मलिक ने ट्रैक्टर पर सवार होकर बांध का निर्माण कराया. साथ ही एनडीआरएफ की बोट से पीड़ित लोगों के बीच राहत सामग्री बांटी. इस दौरान डीएम ने लोगों की परेशानियों को गौर से सुना और संबंधित अधिकारियों को कई निर्देश दिए.
डीएम ने खड़े होकर करवाया बांध का निर्माण
पटना के डीएम और एसएसपी ने बुधवार की शाम 7 बजे ट्रैक्टर पर सवार होकर अपनी निगरानी में रामपुर बाजार समिति में नगर निगम के सहयोग से बांध का निर्माण कराया. बांध नहीं रहने के कारण रामपुर बाजार और नहर का पानी आपस में मिल गया था. जिससे रामपुर वासियों और आने-जाने वाले लोगों को काफी कठिनाई हो रही थी. जान-माल की हानि का भी खतरा बना हुआ था. इस बांध के बनने से नहर का पानी अब रोड पर नहीं आ पायेगा. रामपुर इलाके में रहने वाले लोगों ने इसके लिए जिलाधिकारी को धन्यवाद भी दिया.
पीड़ितों के बीच बांटा गया फूड पैकेट
वहीं, दूसरी तरफ डीएम कुमार रवि ने धनुष सेतु से उत्तर राजेन्द्र नगर के प्रभावित लोगों के बीच एनडीआरएफ की बोट से पीने का पान, बिस्किट, केला, सत्तू और फूड पैकेट का वितरण किया. जिलाधिकारी ने एनडीआरएफ को निर्देश दिया है कि रात में सर्च ऑपरेशन चलाएं. उन्होंने सभी संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी और पटना नगर निगम को निर्देश दिया कि मरे हुए जानवरों की निकासी जल्द से जल्द की जाए.
फूड पैकेटों में दिया गया मेडिकल किट
जिलाधिकारी के निर्देश पर सिविल सर्जन पटना ने बांटे गए सभी फूड पैकेटों में मेडिकल किट दिया है. जिसमें महत्वपूर्ण जीवन रक्षक दवाएं दी गई हैं. सिविल सर्जन ने पर्चा के जरिए यह भी बताया है कि इसका उपयोग कैसे किया जाए. डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि वे जलजमाव से प्रभावित क्षेत्रों में नियमित रूप से भ्रमण कर ब्लिचिंग पाउडर, एन्टीलार्वा का छिड़काव कराएं. साथ ही यह सुनिश्चित करें कि किसी तरह की बीमारी वहां नहीं फैले.
अतिरिक्त पम्प लगाकर जल निकासी का आदेश
जिलाधिकारी ने जल जमाव से प्रभावित लोगों से अपील की है कि पीने के पानी में हेलोजेन टैबलेट डालकर उसका उपयोग करें. 1 टैबलेट 2 लीटर पानी में चूरकर मिलाएं. टैबलेट मिलकार तैयार किया हुए पानी को दो घण्टे बाद पीने के लिए प्रयोग करें. जिलाधिकारी ने बताया कि जल प्रभावित क्षेत्रों से पानी की तेजी से निकासी हो रही है. लो लैड पर पानी जमा हुआ है. बुडको और नगर निगम के जरिए अतिरिक्त पम्प लगाकर जल की निकासी की जा रही है.
15000 लोगों का किया गया रेस्क्यू
डीएम रवि कुमार ने बताया कि अब तक एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जरिए राजेन्द्र नगर, मलाही पकड़ी, संदलपुर समेत कई इलाकों से 15000 लोगों का रेस्क्यू किया गया है. सभी राहत सेक्टर में मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है. फूड पैकेट तैयार करने में साफ-सफाई एवं स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. उन्होंने ये भी बताया कि कॉम्युनिटी किचन से रात-दिन जल जमाव से प्रभावित लोगों को मुफ्त भोजन कराया जा रहा है.
प्रभावित इलाकों में भेजी गई राहत सामग्रियों की सूची
- 35 मोटर बोट, 83 ट्रैक्टर,10 बसों और 5 ई-रिक्शा की व्यवस्था
- 188000 पानी की बोतल और 56000 पानी पाउच वितरित
- 40000 फूड पैकेट तैयार करने का निर्देश
- प्रभावित इलाकों में 80 वाटर टैंकर लगाया गए
- 12000 लोगों को कराया गया भोजन
- अबतक 29132 फूड पैकेटों का वितरण
- 20000 पैकेट दूध का वितरण
नगर निगम को दिए गए कई निर्देश
डीएम कुमार रवि ने नगर निगम के आयुक्त को निर्देश दिया कि 24 घंटे सम्प हाउस चालू रखते हुए युद्ध स्तर पर पानी की निकासी की जाए. साथ ही नालों पर किए गए अतिक्रमण को हटाया जाए. संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी के माध्यम से जल जमाव से प्रभावित इलाकों में फॉगिंग भी कराई जाए.