पटनाः बिहार में फिर से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं, गंगा नदी कई जिलों में उफान पर है. सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण किया था. वहीं, शुक्रवार को हवाई सर्वे किया. बाढ़ के हालात पर आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि इससे निपटने के लिए सरकार तत्पर है.
आपदा प्रबंधन मंत्री ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि विभाग बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. इससे पहले भी बिहार में बाढ़ आई थी. पीड़ितों को हरसंभव मदद पहुंचाई गई थी. लक्ष्मेश्वर राय के मुताबिक इस साल बाढ़ से बिहार को काफी नुकसान हुआ है. इसकी भरपाई के लिए केंद्र सरकार से 27 सौ करोड़ की राशि की मांग की गई थी. हालांकि अब तक यह राशि बिहार को नहीं मिल पायी है.
सूखे पर केंद्र को भेजेंगे रिपोर्ट
दूसरी तरफ सुखाड़ से जूझ रहे किसानों को राहत दिलाने का आश्वासन भी दिया. मंत्री ने कहा कि बिहार का एक हिस्सा सुखाड़ से प्रभावित है. इससे हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से मदद मांगने की तैयारी चल रही है. जल्द ही केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी.
सीएम ने किया निरीक्षण
विदित हो कि गंगा और गंडक के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. इससे कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. बाढ़ के हालात का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार दूसरे दिन प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर चुके हैं. गुरुवार को पटना से सटे गंगा किनारों का निरीक्षण किया था. जबकि शुक्रवार को एरियल सर्वे किया. मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के हालात पर नजर रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
2016 के जैसे बनते जा रहे हैं हालात
गौरतलब है कि बिहार में गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से 12 जिले प्रभावित हैं. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की मानें तो 2016 की तुलना में फिलहाल जलस्तर नीचे है. लेकिन जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. गुरुवार को निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने इस बात का जिक्र करते हुए कहा था कि कल क्या होगा कोई नहीं जानता है. इसके लिए विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री ने भी कहा है कि विभाग पूरी तरह तैयार है. बाढ़ पीड़ितों को हरसंभव मदद पहुंचाई जाएगी.