पटनाः अन्य राज्यों के तर्ज पर बिहार में भी जल्द ही डायल 100 कि जगह पर डायल 112 (Dial 112) पूर्ण रूप से कार्य करना शुरू कर देगा. इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है. इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है. अभी बिहार में फिलहाल डायल 100 काम कर रहा है. इस बात की जानकारी एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार (Jitendra Singh Gangwar) ने दी.
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एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (Jitendra Singh Gangwar) ने बताया कि बिहार में अभी डायल 100 पर अगर कोई व्यक्ति फोन करता है तो यह नंबर कंट्रोल रूम को जाता है. कंट्रोल रूम से संबंधित थाने को सूचित किया जाता है. लेकिन डायल 112 के काम करने के बाद इसकी अपनी टीम होगी जो सीधे मौके पर पहुंचेगी. इसमें कम समय में ही पुलिस द्वारा रिस्पांस दिया जाएगा.
बिहार पुलिस में लगातार महिलाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए आपातकालीन सेवा के लिए राज्य में शुरू होने वाले डायल 112 में महिला पुलिसकर्मी अहम जिम्मेवारी संभालेंगी. हाईटेक व्यवस्था को संचालित करने के लिए बनाए जा रहे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में आने वाले हर कॉल को रिसीव करने का काम महिला सिपाहियों को सौंपा जाएगा. इसके लिए पुलिसकर्मियों की पहचान शुरू कर दी गई है.
राजधानी पटना में कंट्रोल एंड कमांड सेंटर बनाया जा रहा है. इसकी कमांड सेंटर को संचालित करने के लिए तीन तरह के पद पर पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जा रहा है. फिलहाल इसके लिए 315 पद बनाए गए हैं. कॉल रिस्पांस एसोसिएट की भूमिका में महिला पुलिसकर्मियों को लगाया जाएगा. जिसके लिए महिला पुलिसकर्मियों से आवेदन मांगे गए हैं.
पुलिस मुख्यालय द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार डायल 112 (Dial 112) के कमांड और कंट्रोल सेंटर के लिए इच्छुक पुलिस अधिकारियों और जवानों से आवेदन मांगा गया है. इसके लिए कुछ शर्तें भी पुलिस मुख्यालय द्वारा रखी गई हैं. वैसे पुलिस अफसर और जवान आवेदन कर सकते हैं जिनकी सेवा पुलिस में कम से कम 5 वर्ष हो चुकी है. उनकी शैक्षिक योग्यता कम से कम स्नातक और कंप्यूटर की सामान्य ज्ञान होना अनिवार्य है.
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दरअसल डायल 112 (Dial 112) पर कॉल करने के बाद कॉल रिस्पांस एसोसिएट्स द्वारा कॉल को रिसीव किया जाएगा. जिसमें महिला पुलिसकर्मी रहेंगी. वह संबंधित जानकारी को डिस्पैच ऑफिसर को देंगी. जिस पर ऑफिसर द्वारा नजदीकी मौजूद डायल 112 की गाड़ी वहां रवाना किया जाएगा.
डिस्पैच अफसर के तौर पर महिला पुलिस सब इंस्पेक्टर को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा गंभीर मामला होने पर इसकी सूचना नजदीकी थाना, डीएसपी, एसपी के अलावा अन्य अधिकारियों को दी जाएगी. दरअसल 112 में ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि जब तक कार्रवाई नहीं की जाती है तब तक शिकायत समाप्त नहीं होगी.