पटना: बाढ़ अनुमंडल के सुप्रसिद्ध सीढी घाट में स्थित बाल शनिधाम में शनिवार को अगहन मास के एकादशी शनिवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. शनिवार होने की वजह से यहां भक्तों की भीड़ और बढ़ गई. शनिवार बाल धाम में श्रद्धालु काला कपड़ा पहनकर पूजा करने के लिए पहुंचते हैं. बाल शनि धाम प्रशासन की ओर से शनिवार को प्रकाश सुरक्षा सहित विशेष व्यवस्था की गई.
गंगा स्नान को लेकर भक्तों की उमड़ी भीड़
अगहन मास की एकादशी पर भगवान शनि को विशेष रूप से सजाया गया और अकवन के पत्ते-फूल सहित विशेष प्रकार से उनकी पूजा की गई. इस दौरान गंगा स्नान को लेकर भी सीढ़ी घाट पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. कार्तिक माह के अंतिम शनिवार को श्रद्धालु सुबह दूर-दूर से भगवान शिव के दर्शन के लिए पहुंचे. वहीं, कई लोग यहां तिल के तेल के दीए जलाने के लिए भी शनिवार को आते हैं.
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शनि भगवान की छाया का होता है दर्शन
सुप्रसिद्ध सीढ़ी घाट में पहले शिव भगवान का मंदिर हुआ करता था. 2008 में शिवजी मुनि उदासीन उर्फ नागा बाबा द्वारा बाल शनिधाम की स्थापना की गई थी. जहां शनि भगवान के बाल रूप की पूजा की जाती थी. यहां पर शनि भगवान का प्रत्यक्ष दर्शन नहीं होता है. यहां शनि भगवान के छाया का दर्शन होता है. नागा बाबा के अनुसार शनि भगवान न्याय के देवता हैं. भगवान शिव के द्वारा इनको न्याय के पद पर प्रतिष्ठित किया गया है. जिसके कारण हम जो अच्छे या बुरे कर्म करते हैं,उसका क्या न्याय और दंड होना है यह शनि भगवान तय करते हैं.
पवित्र माना जाता है गंगा स्नान
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि एकादशी में गंगा स्नान करना बहुत पवित्र होता है. इस दिन दान-पुण्य भी किया जाता है. इस दिन महिलाएं उपवास रखती हैं. ऐसा माना जाता है कि एकादशी में गंगा स्नान और उपवास करने से उनके परिवार में सुख-समृद्धि और विजय की प्राप्ति होती है.