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बोले तेजस्वी यादव- 'IRCTC मामले की पहले हो चुकी जांच में कुछ नहीं मिला तो अब क्या मिलेगा?'

लालू यादव पर IRCTC Scam के आरोप को लेकर सीबीआई ने जांच को दोबारा ओपन कर दिया है. इस मामले में तेजस्वी ने केंद्र सरकार और सीबीआई पर निशाना साधा है. उन्होंने फिर दोहराया है कि सीबीआई (Tejashwi Yadav on CBI investigation) को उनके घर में ही अपना दफ्तर खोल लेना चाहिए. पढ़ें पूरी खबर-

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Published : Dec 26, 2022, 7:56 PM IST

तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार

पटना: सीबीआई ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (RJD supremo Lalu Yadav) को लेकर आईआरसीटीसी घोटाला मामले की फिर से जांच शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है. इसको लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy Chief Minister Tejashwi Yadav ) ने आज बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि इस मामले की पहले भी जांच हो चुकी है. उस समय कहीं कुछ नहीं मिला, बावजूद इसके इस मामले की फिर से जांच हो रही है. तेजस्वी यादव ने कहा कि इस बारे में उन्होंने कई बार कहा कि सीबीआई को अपना दफ्तर हमारे घर में खोल देना चाहिए.

ये भी पढ़ें- लालू के खिलाफ फिर केस ओपन करने पर भड़की RJD, कहा- 'ये बदले की भावना की राजनीति है'

''जब इस मामले में पहले कुछ नहीं मिला तो अब क्या मिलेगा? हमने कई बार कहा है कि सीबीआई को हमारे घर में ही अपना दफ्तर खोल देना चाहिए. बावजूद इसके सीबीआई के लोग फिर से IRCTC मामले की जांच करना चाह रहे हैं. हमें उससे कोई दिक्कत नहीं है. जैसे चाहें, जब चाहें जांच करें, हम तैयार हैं. सीबीआई क्या-क्या कर रही है या केंद्र सरकार क्या-क्या कर रही है, यह देश की जनता देख रही है और ऐसे जांच का सामना करने को हम पूरी तरह से तैयार हैं.''- तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार

सीबीआई ने खोला लालू के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस : बता दें कि सीबीआई ने इस मामले में साल 2018 में जांच शुरू की थी और मई 2021 में जांच को बंद कर दिया गया था. बताया जाता है कि सीबीआई को लालू के खिलाफ आरोपों पर पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं. इस मामले में लालू प्रसाद यादव के अलावा उनके बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, उनकी बेटी चंदा यादव और रागिनी यादव को भी अभियुक्त बनाया

क्या है रेलवे परियोजनाओं से जुड़ा मामला: बताया जाता है कि इस मामले में कहा गया था कि लालू यादव ने रेलवे के प्रोजेक्ट्स निजी कंपनी को देने के एवज में दक्षिणी दिल्ली की एक प्रॉपर्टी रिश्वत के तौर पर हासिल की थी. आरोप था कि इस निजी कंपनी ने एक शेल कंपनी के जरिए प्रॉपर्टी काफी कम दाम में खरीदी और फिर इस शेल कंपनी को तेजस्वी यादव और लालू यादव के संबंधियों ने खरीद लिया. शेल कंपनी को खरीदने के लिए महज चार लाख रुपये की राशि शेयर ट्रांसफर के जरिए चुकाई गई.

IRCTC घोटाले में फिर जांच शुरू : रेलवे की परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू होने से लालू परिवार पर संकट के बादल (Lalu Family in Trouble) मंडरा रहे हैं. इससे पहले उन्‍हें अन्‍य मामलों में सजा हो चुकी है और लालू लंबे समय तक जेल में भी रहे. हाल ही में लालू का सिंगापुर में ऑपरेशन किया गया था, जिसमें उनकी बेटी ने किडनी डोनेट की थी. लालू का नाम चारा घोटाले में बतौर मुख्‍य आरोपी रहा. फिलहाल, लालू के खिलाफ केस दोबारा खुलने की खबरों से राज्य में एक बार फिर सियासत गर्म होने की आशंका है.

तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार

पटना: सीबीआई ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (RJD supremo Lalu Yadav) को लेकर आईआरसीटीसी घोटाला मामले की फिर से जांच शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है. इसको लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy Chief Minister Tejashwi Yadav ) ने आज बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि इस मामले की पहले भी जांच हो चुकी है. उस समय कहीं कुछ नहीं मिला, बावजूद इसके इस मामले की फिर से जांच हो रही है. तेजस्वी यादव ने कहा कि इस बारे में उन्होंने कई बार कहा कि सीबीआई को अपना दफ्तर हमारे घर में खोल देना चाहिए.

ये भी पढ़ें- लालू के खिलाफ फिर केस ओपन करने पर भड़की RJD, कहा- 'ये बदले की भावना की राजनीति है'

''जब इस मामले में पहले कुछ नहीं मिला तो अब क्या मिलेगा? हमने कई बार कहा है कि सीबीआई को हमारे घर में ही अपना दफ्तर खोल देना चाहिए. बावजूद इसके सीबीआई के लोग फिर से IRCTC मामले की जांच करना चाह रहे हैं. हमें उससे कोई दिक्कत नहीं है. जैसे चाहें, जब चाहें जांच करें, हम तैयार हैं. सीबीआई क्या-क्या कर रही है या केंद्र सरकार क्या-क्या कर रही है, यह देश की जनता देख रही है और ऐसे जांच का सामना करने को हम पूरी तरह से तैयार हैं.''- तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार

सीबीआई ने खोला लालू के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस : बता दें कि सीबीआई ने इस मामले में साल 2018 में जांच शुरू की थी और मई 2021 में जांच को बंद कर दिया गया था. बताया जाता है कि सीबीआई को लालू के खिलाफ आरोपों पर पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं. इस मामले में लालू प्रसाद यादव के अलावा उनके बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, उनकी बेटी चंदा यादव और रागिनी यादव को भी अभियुक्त बनाया

क्या है रेलवे परियोजनाओं से जुड़ा मामला: बताया जाता है कि इस मामले में कहा गया था कि लालू यादव ने रेलवे के प्रोजेक्ट्स निजी कंपनी को देने के एवज में दक्षिणी दिल्ली की एक प्रॉपर्टी रिश्वत के तौर पर हासिल की थी. आरोप था कि इस निजी कंपनी ने एक शेल कंपनी के जरिए प्रॉपर्टी काफी कम दाम में खरीदी और फिर इस शेल कंपनी को तेजस्वी यादव और लालू यादव के संबंधियों ने खरीद लिया. शेल कंपनी को खरीदने के लिए महज चार लाख रुपये की राशि शेयर ट्रांसफर के जरिए चुकाई गई.

IRCTC घोटाले में फिर जांच शुरू : रेलवे की परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू होने से लालू परिवार पर संकट के बादल (Lalu Family in Trouble) मंडरा रहे हैं. इससे पहले उन्‍हें अन्‍य मामलों में सजा हो चुकी है और लालू लंबे समय तक जेल में भी रहे. हाल ही में लालू का सिंगापुर में ऑपरेशन किया गया था, जिसमें उनकी बेटी ने किडनी डोनेट की थी. लालू का नाम चारा घोटाले में बतौर मुख्‍य आरोपी रहा. फिलहाल, लालू के खिलाफ केस दोबारा खुलने की खबरों से राज्य में एक बार फिर सियासत गर्म होने की आशंका है.

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