गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में शिक्षक नियमावली के खिलाफ शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन (Anger erupted of employed teachers in Gopalganj) किया. शिक्षकों ने गुरुवार की शाम वीएम हाईस्कूल के मुख्य गेट और भगत सिंह चौक पर नियमावली की प्रतियां जलाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं नियोजित शिक्षकों ने सरकार पर वादा खिलाफी करने का आरोप भी लगाया. आक्रोशित शिक्षकों ने कहा कि नियमावली के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन करेंगे.
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सरकार को दी चेतावनी: नियोजित शिक्षकों ने कहा कि पूर्व से कार्यरत शिक्षक सरकार से उम्मीद लगाए बैठे थे कि नई नियमावली के साथ ही उन्हें राज्य कर्मी का दर्जा मिल जाएगा. सत्तारूढ़ दल द्वारा समान काम समान वेतन और पुरानी पेंशन देने के लिए चुनाव में किए गए वायदे को सरकार पूरा करेगी. पर इसके उल्टा हुआ. नई नियमावली को रद्द करते हुए सरकार नई नियमावली बनाये, जिसे सभी शिक्षकों की वांछित मांग पर ध्यान रखते हुए तैयार करे, नहीं तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी.
शिक्षक नियमावली नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा: भाजपा के सारण शिक्षक निवार्चन के पूर्व प्रत्याशी धर्मेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि नई शिक्षक नियमावली नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा है. वर्षों से प्रतिक्षारत लगभग साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षक राज्यकर्मी का दर्जा मिलने का आस लगाए हुए थे. उन्हें आशा थी कि सरकार अपने चुनावी वायदों के अनुरूप नए नियमावली में बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देगी.
"नई शिक्षक नियमावली नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा है. वर्षों से प्रतीक्षारत लगभग साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षक राज्यकर्मी का दर्जा मिलने का आस लगाए हुए थे लेकिन सरकार ने शिक्षकों को धोखा दिया है." -धर्मेंद्र कुमार सिंह, प्रदर्शनकारी
नई शिक्षक नियमावली का विरोध: धर्मेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि सरकार पूर्ण वेतनमान भी लागू करेगी और ऐच्छिक स्थानान्तरण की सुविधा भी प्राप्त होगी, लेकिन सरकार के द्वारा एक बार पुनः नए नियमावली लाकर पूर्व से नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा एवं टीईटी/ सीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के साथ छलावा किया है. सरकार इस अनुचित शर्त को अविलंब संशोधित करें एवं शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा, पूर्ण वेतनमान एवं स्थानांतरण दे.