पटना: धनरूआ प्रखंड के कादिरगंज थाना क्षेत्र स्थित हाईस्कूल के खेल मैदान को लेकर इन दिनों गांव में आंदोलन छिड़ गया है. मैदान को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन और गांव में पंचायत लग रही है. बताया जा रहा है कि कादिरगंज स्थित नेतौल में केआरएम हाई स्कूल के चार एकड़ के खेल मैदान को एक व्यक्ति ने दावा किया है कि वह यह जमीन खरीद चुका है. जबकि ग्रामीणों की माने तो यह जमीन हाई स्कूल की है. पुरे गांव के लोगों ने यह जमीन स्कूल के नाम पर दान दिया है और राज्यपाल के नाम पर रजिस्ट्री भी करवा चुके हैं.
स्कूल के खेल मैदान को लेकर हंगामा
ग्रामीणों ने बताया कि इस जमीन का म्यूटेशन भी 1965 मे स्कूल के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर स्कूल के खेल मैदान को हडपना चाहता है. लेकिन दस गांव के लोग एकजुट होकर इसका विरोध कर रहे हैं. मामला मुख्यमंत्री से लेकर विभागीय मंत्री स्थानीय प्रशासन और राज्य सूचना आयोग में जा चुका है. इस मामले की गहन जांच में धनरूआ प्रखंड के शिक्षा अधिकारी और केआरएम विद्यालय के प्रधानाचार्य का वेतन स्थगन किया गया है. आरोप है कि फर्जी दस्तावेज बनाने मे इन लोगों ने ही मदद की है. हालांकि, इन मामलों पर जिलाधिकारी की जांच चल रही है. वहीं, राज्य सूचना आयोग ने निर्देश दिया है कि इसकी गहन जांच कर जमाबंदी रद्द करते हुए स्कूल की जमीन अतिक्रमण मुक्त करें.
खेल के मैदान पर दबंगों का अतिक्रमण
बता दें कि पटना में अब तक 21 ऐसे मामले आ चुके हैं. जहां स्कूल के खेल के मैदान को दबंगों की ओर से अतिक्रमण किया गया है. जिसमे मसौढ़ी के पुनपुन और धनरूआ मे दो स्कूल शामिल हैं. बहरहाल कादिरगंज स्थित केआरएम हाईस्कूल के खेल मैदान का आंदोलन अब उग्र होने लगा है. धिरे-धिरे बगावत के सुर और भी बढते जा रहे हैं. अभी फिलहाल दस गांव के लोगों का समर्थन मिला है. अब आस पास के सभी गांव के लोग धिरे धिरे इस आंदोलन का हिस्सा बनते जा रहे है. अब देखना होगा कि सरकार की ओर से दबंगों से स्कूल की जमीन को कब मुक्त करवाती है.