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BPSC CGL-3 PT परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए 7 सूत्री मांग, छात्र नेताओं ने आयोग कार्यालय जाकर सौंपा ज्ञापन

बिहार कर्मचारी चयन आयोग (Bihar Staff Selection Commission) में संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा 3 की परीक्षा में पेपर लीक मामले सहित 7 सूत्री मांगों को लेकर छात्र नेता दिलीप ने आयोग कार्यालय जाकर ज्ञापन सौंपा है. दिलीप कुमार ने आयोग को ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि आयोग के अध्यक्ष से उनकी मुलाकात नहीं हुई. वह बैठक में थे, लेकिन उनके ज्ञापन को रख लिया गया है और इस पर विचार किया जाएगा. पढ़ें पूरी खबर...

सचिवालय सहायक की परीक्षा में धांधली रोकने की मांग
सचिवालय सहायक की परीक्षा में धांधली रोकने की मांग
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Published : Nov 9, 2022, 9:21 PM IST

पटना: बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा सीजीएल-3 (Combined Graduated Level Examination) /सचिवालय सहायक की परीक्षा में पेपर लीक, धांधली और सेटिंग रोकने के साथ-साथ पारदर्शिता लाने संबंधित 7 सूत्री मांगों को लेकर छात्र नेता दिलीप ने आयोग कार्यालय जाकर ज्ञापन सौंपा है. इस मौके पर उनके साथ कई अभ्यर्थी और छात्र मौजूद रहे. छात्र नेता दिलीप ने बताया कि बिहार में 8 साल बाद सचिवालय सहायक की वैकेंसी आई है और यह स्नातक स्तरीय सचिवालय सहायक की परीक्षा में पेपर लीक को रोकना आयोग के लिए चुनौतीपूर्ण होगा. सीजीएल वन और सीजीएल टू में क्वेश्चन पेपर लीक हो चुके हैं, ऐसे में इस बार इसे रोकने के लिए परीक्षा में पारदर्शिता लाना जरूरी है.

ये भी पढ़ें- BPSC 67वीं की PT परीक्षा खत्म, परीक्षार्थियों को इकोनॉमिक्स और जियोग्राफी के प्रश्नों ने किया परेशान

देखें छात्रों का क्या कहना है.

'8 साल बाद सीजीएल 3 की वैकेंसी आई है और परीक्षा 26 और 27 नवंबर को इसी माह में आयोजित होनी है. लेकिन इस संबंध में अभी तक आयोग द्वारा परीक्षा संबंधित कोई नोटिस नहीं जारी किया गया है. इस वजह से करीब 9 लाख से अधिक अभ्यर्थी जिन्होंने फॉर्म भरा है, वह परेशान हैं. अभ्यर्थी इस बात से भी चिंतित हैं कि सीजीएल एक और सीजीएल टू में बड़े पैमाने पर धांधली सेटिंग हुई थी, ऐसे में उन लोगों की पारदर्शिता लाने के लिए 7 सूत्री मांगे हैं.' - दिलीप, छात्र नेता

7 सूत्री मांगे निम्न हैं-
1 ओएमआर की कार्बन कॉपी और क्वेश्चन बुकलेट परीक्षा समाप्ति के बाद परीक्षार्थियों को मिलना चाहिए.
2 आंसर की जारी होना चाहिए और रिजल्ट प्रकाशन के साथ ही कटऑफ और सभी परीक्षार्थियों का मार्क्स भी जारी होना चाहिए.
3 सभी क्वेश्चन बुकलेट में क्यूआर कोड और हर पेज पर क्वेश्चन बुकलेट नंबर होना चाहिए.
4 परीक्षा के दौरान सभी सेंटर पर जैमर लगाए और सेंटर पर वीडियोग्राफी करें. इसके साथ ही बायोमेट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था हो.
5 किसी भी परिस्थिति में मोबाइल, ब्लूटूथ और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण परीक्षा हॉल में नहीं जाए.
6 बीपीएससी के तरह ओएमआर आंसर शीट रखने वाले रूम की सीसीटीवी कैमरे से निगरानी हो और उस रूम में स्मार्ट लॉक लगाया जाए ताकि यह पता चल सके कि कौन, कब उस रूम के अंदर गया.
7 अभ्यर्थियों का सेंटर उनके गृह जिला नहीं होना चाहिए लेकिन गृह जिला से बहुत दूर सेंटर भी नहीं होना चाहिए. इसलिए सेंटर आसपास के जिलों में दिए जाएं, ताकि अभ्यर्थियों को परीक्षा देने जाने में सहूलियत हो.

पटना: बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा सीजीएल-3 (Combined Graduated Level Examination) /सचिवालय सहायक की परीक्षा में पेपर लीक, धांधली और सेटिंग रोकने के साथ-साथ पारदर्शिता लाने संबंधित 7 सूत्री मांगों को लेकर छात्र नेता दिलीप ने आयोग कार्यालय जाकर ज्ञापन सौंपा है. इस मौके पर उनके साथ कई अभ्यर्थी और छात्र मौजूद रहे. छात्र नेता दिलीप ने बताया कि बिहार में 8 साल बाद सचिवालय सहायक की वैकेंसी आई है और यह स्नातक स्तरीय सचिवालय सहायक की परीक्षा में पेपर लीक को रोकना आयोग के लिए चुनौतीपूर्ण होगा. सीजीएल वन और सीजीएल टू में क्वेश्चन पेपर लीक हो चुके हैं, ऐसे में इस बार इसे रोकने के लिए परीक्षा में पारदर्शिता लाना जरूरी है.

ये भी पढ़ें- BPSC 67वीं की PT परीक्षा खत्म, परीक्षार्थियों को इकोनॉमिक्स और जियोग्राफी के प्रश्नों ने किया परेशान

देखें छात्रों का क्या कहना है.

'8 साल बाद सीजीएल 3 की वैकेंसी आई है और परीक्षा 26 और 27 नवंबर को इसी माह में आयोजित होनी है. लेकिन इस संबंध में अभी तक आयोग द्वारा परीक्षा संबंधित कोई नोटिस नहीं जारी किया गया है. इस वजह से करीब 9 लाख से अधिक अभ्यर्थी जिन्होंने फॉर्म भरा है, वह परेशान हैं. अभ्यर्थी इस बात से भी चिंतित हैं कि सीजीएल एक और सीजीएल टू में बड़े पैमाने पर धांधली सेटिंग हुई थी, ऐसे में उन लोगों की पारदर्शिता लाने के लिए 7 सूत्री मांगे हैं.' - दिलीप, छात्र नेता

7 सूत्री मांगे निम्न हैं-
1 ओएमआर की कार्बन कॉपी और क्वेश्चन बुकलेट परीक्षा समाप्ति के बाद परीक्षार्थियों को मिलना चाहिए.
2 आंसर की जारी होना चाहिए और रिजल्ट प्रकाशन के साथ ही कटऑफ और सभी परीक्षार्थियों का मार्क्स भी जारी होना चाहिए.
3 सभी क्वेश्चन बुकलेट में क्यूआर कोड और हर पेज पर क्वेश्चन बुकलेट नंबर होना चाहिए.
4 परीक्षा के दौरान सभी सेंटर पर जैमर लगाए और सेंटर पर वीडियोग्राफी करें. इसके साथ ही बायोमेट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था हो.
5 किसी भी परिस्थिति में मोबाइल, ब्लूटूथ और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण परीक्षा हॉल में नहीं जाए.
6 बीपीएससी के तरह ओएमआर आंसर शीट रखने वाले रूम की सीसीटीवी कैमरे से निगरानी हो और उस रूम में स्मार्ट लॉक लगाया जाए ताकि यह पता चल सके कि कौन, कब उस रूम के अंदर गया.
7 अभ्यर्थियों का सेंटर उनके गृह जिला नहीं होना चाहिए लेकिन गृह जिला से बहुत दूर सेंटर भी नहीं होना चाहिए. इसलिए सेंटर आसपास के जिलों में दिए जाएं, ताकि अभ्यर्थियों को परीक्षा देने जाने में सहूलियत हो.

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