पटना : जिसे लोगों ने मरा जानकर अंतिम संस्कार कर दिया वो अपने घर लौट आया. गांव वाले मरे इंसान को जिंदा देखकर हैरान हो गए. हालांकि घर वाले खुशी से उछल पड़े. इधर पुलिस के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गईं. दरअसल, जिस व्यक्ति को जलाया गया वो कौन था? ये रहस्य बन गया. पिछले दिनों दीघा थाना इलाके के पिलर नंबर 88 के पास एक व्यक्ति का क्षत-विक्षत शव बरमाद हुआ. पुलिस ने परिजनों को बुलाकर शिनाख्त कराई तो शोरगुल मच गया. मृत शव की पहचान देवन राय के रूप में की गई. इधर उसी मरे शख्स के जिंदा वापस पाए जाने पर पुलिस ने उसे जिंदा ही कब्जे में ले लिया.
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मुहल्ले में टहलता मिला मरा हुआ शख्स: वहीं, हत्या करने का आरोप लगाकर राजद नेता नीलेश मुखिया और उसके परिवार पर इस मामले में केस दर्ज किया था. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर वह जो छत विक्षत शव बरामद किया गया था वह किसका था? आखिर किसने यह षड्यंत्र रच कर निलेश मुखिया पर केस कराने का साजिश रचा.
घर वाले जिंदा देखकर खुश, टेंशन में पुलिस: दरअसल मंगलवार को मृतक देवन राय खुद चलकर दीघा थाना क्षेत्र स्थित अपने घर पहुंचा. ये माजरा देख लोगों का हुजूम इलाके में उमड़ पड़ा है, कथित तौर पर मृतक की पहचान कर परिजनों ने इलाके के प्रतिष्ठित युवक नीलेश मुखिया और उसके परिजनों पर हत्या करने का आरोप लगा एफआईआर किया था. बहरहाल मृतक युवक के सकुशल वापसी की खबर सुन राजद नेता नीलेश मुखिया और उनके परिजनों ने राहत की साँस ली है. वहीं षड्यंत्र के तहत फंसाने की साजिश में शामिल परिजनों और दोषियों पर करवाई करने की मांग की है.
''9 अप्रैल को दीघा थाना क्षेत्र में एक डेड बॉडी मिला था. पुलिस के द्वारा डेड बॉडी को पहचान करने की कोशिश की गई. पहचान के क्रम में मृतक जो व्यक्ति के परिजनों ने देवान राय के रूप में पहचान की और परिजनों के द्वारा हत्या के प्राथमिकी दर्ज करा दी गई. इस संबंध में उचित जांच पड़ताल कर उचित कार्रवाई की जाएगी.''- अशोक कुमार, प्रभारी डीएसपी