पटना: विगत 10 जून को बिहार में 311 पुलिसकर्मियों का तबादला हुआ है. इस तबादले में पुलिस मुख्यालय ने अपने ही आदेश की फजीहत होते देख कर मृत दारोगा वीरेंद्र तिवारी के ट्रांसफर के आदेश को रद्द कर दिया है. औरंगबाद में क्वारंटाइन सेंटर में तैनात दारोगा की मौत हो गई थी. जांच रिपोर्ट में दारोगा को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था.
दूसरी ओर डीजीपी के आदेश पर बड़े पैमाने पर तबादला किया गया. उस तबादले की लिस्ट में दारोगा से लेकर सिपाही तक का स्थानांतरण किया गया. इस ट्रांसफर में रिटायरमेंट को लेकर ऐच्छिक ट्रांसफर मिला. वहीं, सूची में मृत दारोगा का नाम भी दिया गया था. जबकि दारोगा की मौत 7 जून को हो गई थी.
रद्द किया गया तबादला
पुलिस मुख्यालय ने शुद्धि पत्र जारी करते हुए बताया कि पुलिस अवर निरीक्षक वीरेंद्र तिवारी औरंगाबाद जिला बल का तबादला तथा उनके गृह जिला अर्थात बक्सर जिला बाढ़ में कर दिया गया है. इसी क्रम में सूचना प्राप्त हुई कि पुलिस अवर निरीक्षक वीरेंद्र तिवारी की मृत्यु हो गई है. अतः उक्त आदेश क्रमांक 121 पर अंकित पुलिस अवर निरीक्षक वीरेंद्र तिवारी औरंगाबाद जिला बल का मृत्यु होने की सूचना के प्राप्त होने के कारण सेवा निर्मित निकिता के आधार पर बक्सर जिला में किए गए हस्तांतरण को रद्द किया जाता है.
शामिल थे 172 दारोगा
बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी आदेश के मुताबिक 172 दारोगा समेत कुल 311 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर किया गया था. इसी लिस्ट में वीरेंद्र तिवारी का भी नाम था. पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी उस लिस्ट में ऐसे पुलिस वाले शामिल थे, जो जल्द ही रिटायर होने वाले हैं. इन अफसरों और सिपाहियों की ओर से तबादले की अनुशंसा की गई थी. जिसके बाद मुख्यालय ने उन्हें जिला बल इकाई में तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर किया था.