पटना: जदयू (JDU) संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) के आवास पर हलचल बढ़ी हुई है. एक तरफ पार्टी के नेता लगातार मिल रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ अलग-अलग क्षेत्रों के लोग अपनी मांगों को लेकर पहुंच रहे हैं.
इसमें दारोगा अभ्यर्थी भी हैं, जो फिजिकल एग्जाम (Physical Exam) आयोग द्वारा नहीं लेने पर उपेंद्र कुशवाहा से मदद मांगने पहुंचे.
1300 दारोगा अभ्यर्थी हैं जिनका फिजिकल एग्जाम नहीं हुआ है. आयोग द्वारा फिजिकल एग्जाम नहीं किये जाने से अभ्यर्थी नेताओं के आवास के चक्कर लगा रहे हैं.
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उपेंद्र कुशवाहा से है उम्मीद
दारोगा अभ्यर्थियों का कहना था कि पहले भी उपेंद्र कुशवाहा से मिल चुके हैं और उन्होंने मदद का आश्वासन दिया है. लेकिन अभी तक आयोग के तरफ से किसी तरह की पहल नहीं हुई है. इसीलिए सभी अभ्यर्थी परेशान हैं.
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क्या था मामला ?
2019 में दारोगा की भर्ती निकाली गई थी. जिसकी प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary examination) 22 दिसंबर 2019 को आयोजित की गई थी. उसके बाद 50052 सफल उम्मीदवारों की मुख्य परीक्षा 29 नवंबर 2020 हुई थी.
मुख्य परीक्षा में सफल 15000 दरोगा उम्मीदवारों का फिजिकल एक्जाम 22 मार्च से 12 अप्रैल तक गर्दनीबाग हाई स्कूल में आयोजित किया गया था. लेकिन कुछ अभ्यर्थी कोरोना संक्रमित हो गये और कुछ शारीरिक रूप से चोटिल हो गए थे. उनसे अलग से काउंटर बनाकर आवेदन लिया गया और मेडिकल रिपोर्ट (Medical Report) जमा करवाया गया और उन्हें फिर मैसेज भी एग्जाम के लिए भेजा गया है.
उसके बाद भी फिजिकल एक्जाम लिया नहीं गया. फिजिकल एग्जाम नहीं लिए जाने के कारण दरोगा अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है और नेताओं के आवास का चक्कर लगा रहे हैं.