पटना: बांका, अररिया, दरभंगा के बाद सिवान में भी बम धमाकों से कई सवाल खड़े हो रहे हैं. दरभंगा ब्लास्ट (Darbhanga Blast) मामले में बिहार पुलिस की टीम हैदराबाद जांच करने पहुंची है. दरअसल दरभंगा ब्लास्ट मामले की गुत्थी उलझती जा रही है. मामले में आतंकी साजिश का पर्दाफाश हो सकता है.
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दरभंगा पुलिस पहुंची हैदराबाद
तेलंगाना एटीएस द्वारा पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का स्केच तैयार करवाया गया है और बिहार एटीएस से साझा किया गया है. बिहार एटीएस के द्वारा स्थानीय प्रशासन को स्केच भेजा गया और पुराने अपराधियों से स्केच का मिलान किया जा रहा है. जिस कपड़े के बंडल में दरभंगा स्टेशन पर धमाका हुआ था उस केमिकल की जांच रिपोर्ट एफएसएल( FSL) द्वारा आज दी जा सकती है.
तब जाकर ये खुलासा होगा कि आखिर उस केमिकल का उपयोग किस लिए किया जाता है. बिहार दरभंगा के जीआरपी की टीम हैदराबाद पहुंचकर पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर पूरी जानकारी प्राप्त करेगी.
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यूपी के शामली से भी जुड़ रहे तार
हालांकि ईटीवी भारत को मिली विशेष सूत्रों से जानकारी के अनुसार पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का जो मोबाइल नंबर ट्रेस हुआ है, वह यूपी के शामली से जुड़ा हुआ है. दरभंगा मामले में एटीएस, यूपी के शामली में भी जांच कर सकती है.
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बताया जा रहा है कि पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का फोन नंबर और एड्रेस दोनों गलत पाया गया है. ऐसे में अब यह जांच का विषय है कि जिस व्यक्ति ने यह पार्सल भेजा है उसका नाम भी सही है या नहीं. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है.
पुलिस मुख्यालय के अनुसार
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार की माने तो साक्ष्य के आधार पर जिला पुलिस इकाई अपने स्तर से जांच कर रही है. पुलिस को जो साक्ष्य प्राप्त हुए हैं उसके आधार पर जांच की जा रही है. जीआरपी पुलिस की 2 टीम दरभंगा ब्लास्ट मामले में जांच कर रही है.
दरभंगा रेल डीएसपी भी आएंगे हैदराबाद
वहीं दरभंगा रेल डीएसपी आज शाम सिकंदराबाद के लिए रवाना होंगे और ब्लास्ट से जुड़े तथ्य और सबूतों का मिलान करेंगे. सिकंदराबाद स्टेशन के जीआरपी पुलिस और तेलंगाना पुलिस से संपर्क कर रेल डीएसपी, सीसीटीवी समेत अब तक मिली साक्ष्य का अवलोकन कर पूरे मामले का अनुसंधान करेंगे.
अन्य मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय ने कहा कि वैज्ञानिक पद्धति से जांच की जा रही है. जल्द ही पुलिस को कामयाबी हाथ लगेगी. जो लोग भी दोषी होंगे पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर उचित करवाई करेगी.
4 ब्लास्ट से उठे कई सवाल
पिछले 2 हफ्ते में हुए चार बम धमाकों को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर बिहार की धरती से आतंकी साजिश के पीछे क्या राज है. दरभंगा, बांका, सिवान और अररिया ब्लास्ट के पीछे का मास्टरमाइंड कौन है?
क्या आतंकी किसी बड़ी घटना को बिहार में अंजाम देने की साजिश रच रहे थे. या फिर बिहार में आगामी दिनों में होने वाले पंचायत चुनाव या यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव से इसका कनेक्शन है? ऐसे ही कई सवालों का जवाब फिलहाल तलाशा जा रहा है.
सिवान धमाके में घायल व्यक्ति का बयान
सिवान धमाके में घायल व्यक्ति ने बताया कि किसी ने उसे बाजार में बम रखा थैला पकड़ा दिया जिसके तुरंत बाद बम फट गया. इस घटना में पिता-पुत्र दोनों घायल हुए हैं. घायल पिता ने कहा कि सागिर नाम का व्यक्ति जो कि उसी गांव का रहने वाला है, पटाखा बनाने का कारोबार करता है उसी ने उसे थैला थमा दिया था.
क्या कहना है रक्षा विशेषज्ञ का
रक्षा विशेषज्ञ ललन सिंह के अनुसार बिहार में शराब बंदी लागू करवाने में ही बिहार पुलिस और इंटेलिजेंस जुटी हुई है. जबकि इन धमाकों की गंभीरता से जांच करने की जरूरत है. ये सारी घटनाएं किसी बड़ी घटना के पहले का ट्रायल माना जा सकता है. विशेषज्ञ केंद्रीय एजेंसी द्वारा बिहार को अब तक अलर्ट नहीं किये जाने को भी बड़ी लापरवाही बता रहे हैं.
इसमें कोई दो राय नहीं है कि बिहार में पिछले 2 हफ्ते में जो घटनाएं घटित हुई हैं उसमें बड़ी आतंकी साजिश हो सकती है. बिहार के मिथिलांचल और पूर्वांचल के इलाके आतंकियों के सॉफ्ट टारगेट रहे हैं. बिहार के मुंगेर, दरभंगा के साथ-साथ कई इलाकों से पहले भी आधुनिक हथियार मिले हैं.
यहां तक कि साल 2021 के शुरुआत के महीनों में ही बिहार के सारण जिले से एनआईए द्वारा एक युवक को गिरफ्तार किया गया था. जिसने बिहार से आतंकियों तक हथियार पहुंचाने का काम किया था. बांका, दरभंगा और अब सिवान में हुए बम ब्लास्ट को लेकर बिहार पुलिस और एटीएस अपने स्तर से जांच कर रही है. जांच के उपरांत ही इन धमाकों के पीछे का कारण स्पष्ट हो पाएगा.