पटनाः कोरोना संक्रमण के इस दौर में साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने का नया तरीका इजात कर लिया है. एक ओर जहां इस महामारी में लोग त्रस्त हैं, वहीं दूसरी तरफ ठग लोगों को उन्हें आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के नाम पर साइबर ठगी (Cyber Fraud Using Fake RT PCR Report) का शिकार बना रहे हैं. इस खबर में एक ऐसा ही मामला हम आपको बताने जा रहे हैं.
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दरअसल, संतोष कुमार नाम के शख्स को उसके मोबाइल फोन पर आरटी-पीसीआर रिपोर्ट मिली. दो मिनट बाद, एक व्यक्ति ने संतोष से संपर्क किया और कहा कि उसकी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट गलती से उसके मोबाइल फोन पर भेज दी गई थी. अनुरोध करते हुए उसने कहा कि अब, आपके मोबाइल पर एक ओटीपी भेजा जाएगा, कृपया उस ओटीपी मुझे बताएं.
लेकिन, संतोष को इस तरह की फर्जीवाड़े के बारे में पहले से पता था. ऐकी किसी ठगी की आशंका से बचने के लिए उन्होंने ओटीपी शेयर करने से इनकार कर दिया. इनकार किए जाने के बाद बात कर रहा फ्रॉड नाराज हो गया और पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी.
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इसके बाद संतोष ने कॉल को काटने के बाद नंबर को ब्लॉक कर दिया. उन्होंने साइबर क्राइम सेल में एक ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज की है. एक ऐसी की मामले की जानकारी देते हुए साइबर क्राइम सेल के अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर एक ऐसे ही मामले का जिक्र किया.
उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति के द्वारा इसी तरह से ओटीपी शेयर करने के बाद उसके वैलेट से पांच हजार रुपये कट गये. उन्होंने बताया कि फर्जी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट, कोरोना वैक्सीन के फर्जी पंजीकरण संबंधी कई शिकायतें मिल चुकी हैं. ऐसे में लोगों को सजग रहने की जरुरत है.
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