पटना: राजधानी के नौबतपुर का बारा पंचायत नक्सल मुक्त पंचायत बन गया है. कभी यहां नक्सलियों का आतंक पसरा हुआ था. आए दिन हत्या, लूट और आगजनी की घटनाएं घटती रहती थी. ऐसे में अब इस पंचायत के लोग सुख चैन से रह रहे हैं.
नक्सल फ्री घोषित हो चुके बारा पंचायत नौबतपुर प्रखंड मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर पड़ती है. इस पंचायत में कुल 8 गांव आते हैं. ये बारा, पनहारा, मलाहीखन्दा, बरुणा, बेला, तरारी, सलारपुर, छक्कनबीघा हैं. इस पंचायत की (2011के अनुसार) वर्तमान आबादी लगभग 12 हजार है. एक दिन में 15 मर्डर की वारदात के बाद बारा पंचायत को नक्सलवादी क्षेत्र के नाम से जाना-जाने लगा था.
सुर्खियों में रहा लूटकांड
पंचायत में वर्ष 2002 में पुलिस पिकेट लूट कांड बहुत सुर्खियों में रहा. ऐसे में पुलिस प्रशासन के सामने यहां लॉ एंड ऑर्डर कायम करना मील का पत्थर बन गया था. आज बिहार पुलिस की सक्रियता कहे या लोगों की जागरूकता, इस क्षेत्र में नक्सली एक्टिविटी शून्य है.
किये जा रहे विकास के कार्य
बिहार सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाओं का क्रियान्यवन यहां तेजी के साथ हो रहा है. चाहे वो सात निश्चय योजना हो या कोई और योजना. यहां के लोगों और क्षेत्र के विकास के लिए कई कदम उठाए जा चुके हैं.
बारा पंचायत के वर्तमान मुखिया रूपक शर्मा कहते हैं, 'पिछले कई सालों तक इस पंचायत में नक्सलियों का कब्जा हुआ करता था. आए दिन हत्या हो जाती थी. चाहे दिन हो या रात. लेकिन अब इस पंचायत में ना कोई नक्सली है और ना ही ऐसा कोई संगठन.
मुखिया ने बताया कि यहां के लोग अब खुशी से भाईचारे के साथ अपनी जीवन व्यतीत कर रहे हैं. वहीं, उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 4 सालों में सरकार की तमाम योजनाओ से इस पंचायत में कार्य हुआ है. जो कार्य अभी अधूरे हैं, उसका भी कार्य निर्माण चल रहा है और बहुत जल्द पूरा भी हो जाएगा. वहीं, इलाके के लोग भी बेहद खुश नजर आ रहे हैं. नक्सलियों से मिले छुटकारे के बाद वो चैन की सांस ले रहे हैं.