पटनाः राजधानी के बोरिंग कैनाल रोड स्थित साईं हेल्थ केयर एंड वैलनेस सेंटर में बीटीएल के सहयोग से शेकवेभ थेरेपी और क्रायोथेरेपी विषय पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. वर्कशॉप में बीटीएल से आए डॉक्टर आनंद कुमार ने फिजियोथैरेपी के स्टूडेंट्स को क्रायोथेरेपी की नई मशीन के बारे में बताया.
फिजियोथैरेपी के स्टूडेंट्स को दी गई मशीन जानकारी
साईं हेल्थ केयर के बोरिंग कनाल रोड स्थित शाखा में फिजियोथेरेपी की अत्याधुनिक तकनीक वाली क्रायोथेरेपी की मशीन का इंस्टॉलेशन हुआ. यह मशीन इससे पहले पूरे बिहार में केवल पटना एम्स में कुछ दिनों पहले ही लगी है. बीटीएल से आए डॉक्टर आनंद कुमार ने फिजियोथैरेपी के स्टूडेंट्स को इस मशीन की जानकारी दी. साथ ही मरीज पर इसका प्रैक्टिकल भी कराया.
'अत्याधुनिक तकनीक से लैस है क्रायोथेरेपी मशीन'
क्रायोथेरेपी की नई तकनीक की मशीन को इंस्टॉल करने दिल्ली से आए बीटीएल के डॉक्टर आनंद कुमार ने बताया कि फिजियोथेरेपी में यह अत्याधुनिक तकनीक से लैस क्रायोथेरेपी मशीन है, जो पेशेंट के दर्द निवारण में बहुत कारगर साबित होगी. क्रायोथेरेपी स्पोर्ट्स इंज्यूरी खास करके स्पोर्ट्स में जो चोट नया लगा है, उसमें बहुत ज्यादा कारगर है.
'शत-प्रतिशत दर्द ठीक करने में कारगर होगी मशीन'
साईं हेल्थ केयर की डायरेक्टर डॉ अंकिता ने बताया कि क्रायोथेरेपी एक एडवांस फिजियोथैरेपी है. अगर जनरल फिजियोथेरेपी और एडवांस फिजियोथैरेपी की बात की जाए तो एडवांस फिजियोथैरेपी में जिस दर्द को ठीक करने में 15 से 20 दिन लगते हैं उसी दर्द को नॉर्मल फिजियोथेरेपी में 2 से 3 महीने का समय लग जाता है. उन्होंने कहा कि पेशेंट के मेंटालिटी को चेंज करने में थोड़ा वक्त लगेगा. जो काम आप 2 से 3 महीने में कर सकते हैं उसे हम 10 से 15 दिनों में करके देंगे तो जनरल से थोड़ा फीस ज्यादा तो होगी. लेकिन यह मशीन पेशेंट का शत-प्रतिशत दर्द ठीक करने में कारगर होगा.