पटना: प्रदेश में तीसरे चरण का कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हो गया है. ऐसे में अब स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन का एक तरफ जहां दूसरा डोज दिया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ 60 वर्ष से अधिक और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका का पहला डोज दिया जा रहा है.
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बुधवार से पटना के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीनेशन की सुविधा शुरू हो गई. इसके अलावा 18 प्राइवेट अस्पताल (जो आयुष्मान भारत योजना से इनटाइटल्ड है) में भी आम लोगों का वैक्सीनेशन चल रहा है. वैक्सीनेशन के लिए आम लोगों को स्वास्थ्य विभाग के कोविन-2.0 पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना है. इस दौरान उन्हें वैक्सीनेशन के लिए अपना सेंटर चुनना होगा. इसके साथ ही जो वृद्ध व्यक्ति खुद से अपना रजिस्ट्रेशन करने में सक्षम नहीं हैं उनका अस्पताल में वैक्सीनेशन सेंटर पर ही रजिस्ट्रेशन हो रहा है और उनका वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है.
भीड़ के चलते स्थिति कंट्रोल करना मुश्किल
गर्दनीबाग अस्पताल की एक स्वास्थ्य कर्मी ने पहचान की गोपनीयता की शर्त पर बताया कि वैक्सीनेशन के लिए बने पोर्टल में कई खामियां हैं. इसका नतीजा है कि वैक्सीनेशन के लिए जो लोग पहुंच रहे हैं वे परेशान हो रहे हैं. इसके साथ ही वैक्सीनेटर भी परेशानी भुगत रहे हैं.
पोर्टल पर वैक्सीनेशन के लिए 1 दिन पहले रजिस्ट्रेशन बंद हो जाना चाहिए इससे वैक्सीनेशन सेंटर पर स्वास्थ्य कर्मियों को यह पता रहेगा कि उन्हें कितना वैक्सीनेशन दिन भर में करना है. ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन के कारण लोगों की भीड़ दिन के समय में अचानक से काफी ज्यादा बढ़ जा रही है और स्थिति कंट्रोल करने में काफी मुश्किल हो रही है. अस्पताल में मैन पावर की कमी पड़ जा रही है.
गर्दनीबाग अस्पताल में बने कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन लेने पहुंचे बुजुर्ग परिहास चंद्र सहाय ने बताया कि वह सरकार के प्रोग्राम के तहत अस्पताल में वैक्सीनेशन के लिए आए हैं. उन्होंने वैक्सीन का पहला डोज ले लिया है. वैक्सीन लेने में कोई तकलीफ नहीं हुई. उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन को लेकर लोगों का रिस्पांस काफी अच्छा है और काफी संख्या में स्थानीय वृद्ध अस्पताल में वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे हुए हैं.
उन्होंने बताया कि भले ही वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीनेशन के लिए लोगों की भीड़ काफी ज्यादा है मगर अस्पताल प्रबंधन ने काफी बेहतरीन व्यवस्था की है और लोगों को आराम से वैक्सीन दिया जा रहा है. ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन के कारण वैक्सीनेशन सेंटर पर भीड़ काफी बढ़ जा रही है. मगर अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्थाओं के कारण लोगों को आसानी से टीका दिया जा रहा है. अस्पताल प्रबंधन ने लोगों के आने के क्रम के तहत सीरियल नंबर तैयार किया है और उसी सीरियल नंबर के तहत लोगों का वैक्सीनेशन हो रहा है.
पटना जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी (डिस्ट्रिक्ट इम्यूनाइजेशन ऑफिसर) डॉक्टर एसपी विनायक ने बताया कि पटना जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों, सभी मेडिकल कॉलेजों और 18 प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीनेशन चल रहा है. आगे आने वाले दिनों में वैक्सीनेशन के लिए प्राइवेट सेंटर और बढ़ाए जाएंगे.
सिर्फ दो मेडिकल कॉलेज में आमलोगों को लग रहा टीका
स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल कॉलेजों को आमलोगों का वैक्सीनेशन शुरू करने का निर्देश दिया है, लेकिन एम्स पटना और आईजीआईएमएस के अलावा दूसरे मेडिकल कॉलेजों में आमलोगों का वैक्सीनेशन नहीं चल रहा है. पीएमसीएच अस्पताल प्रबंधन ने साफ कर दिया है कि अस्पताल में 10 मार्च के बाद ही आमलोगों का वैक्सीनेशन शुरू होगा. क्योंकि अभी अस्पताल में काफी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी बचे हुए हैं जिनका सेकेंड डोज का वैक्सीनेशन बाकी है.
बुधवार को एनएमसीएच में 100 से अधिक आम लोगों ने वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था और वैक्सीनेशन के लिए पहुंच भी गए थे, लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा आमलोगों को वैक्सीनेशन सेंटर से बिना वैक्सीन दिए लौटा दिया गया. यहां भी यही बात कही जा रही है. पहले अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों का सेकेंड डोज का वैक्सीनेशन होगा.
अब देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग के आदेश के बावजूद पीएमसीएच और एनएमसीएच आम लोगों का वैक्सीनेशन शुरू नहीं किया है और प्रतिदिन काफी संख्या में 60 वर्ष से अधिक के लोग यहां से निराश होकर लौट रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग इन अस्पतालों के ऊपर क्या कार्रवाई करता है.