पटना: बिहार की राजधानी पटना में बढ़ते मोबाइल चोरी और स्नेचिंग की घटना को देखते हुए पुलिस द्वारा ऑपरेशन मुस्कान चलाया जा रहा है. इसके लिए कई टीमें गठित की गई हैं, जिसके बाद लगातार मोबाइल स्नेचिंग करने वालों पर शिकंजा कसने का काम किया जा रहा है. यह टीम लोगों के खोए हुए मोबाइल भी वापस करने की कवायद जारी है.
पटना में ऑपरेशन मुस्कान के तहत मिले लोगों के मोबाइल: ऑपरेशन मुस्कान के तहत अभी तक लगभग 1000 लोगों को उनके मोबाइल वापस किए जा चुके हैं. जिसकी कीमत लगभग 1 करोड़ 70 लाख बताई गई है. पुलिस सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों के लोगों को भी उनका खोया मोबाइल वापस कर रही है. वहीं, फोन मिलने से मोबाइल धारकों के खुशी का ठिकाना नही है.
154 धारकों के चेहरे पर आई खुशी: मिली जानकारी के अनुसार, रेल पुलिस द्वारा 154 मोबाइल रिकवरी कर उसके असली धारकों को वापस किया गया है. वहीं अभी तक रेल पुलिस द्वारा लगभग 1000 से अधिक मोबाइल बरामद कर असली धारकों को वापस किया जा चुका है, जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ 70 लाख आंकी जा रही है.
"ट्रेन में आने जाने के दरमियान लोगों का मोबाइल गुम हो जाता है या खो जाता है. उन्हें रिकवरी करके लोगों को वापस किया गया है. ऑपरेशन मुस्कान के तहत अभी तक रेल पुलिस द्वारा 1000 असली धारकों को मोबाइल वापस किया जा रहा है. इसकी कुल कीमत 1 कड़ोड़ 70 लाख के आसपास है. पुलिस द्वारा लगातार ऑपरेशन मुस्कान के तहत कार्रवाई जारी है." - अमृतेंदु शेखर ठाकुर, रेल एसपी, पटना
पीड़ितों के चेहरे पर मुस्कान: बिहार पुलिस मोबाइल फोन सौंपकर पीड़ितों के चेहरे पर मुस्कान लाने काम कर रही है. इसलिए इसका नाम मुस्कान ऑपरेशन रखा गया है. ऑपरेशन मुस्कान अभियान की सफलता से पुलिस मुख्यालय उत्साहित है. बड़ी तादाद में मोबाइल बरामद किए जा रहे हैं. कई बार तो कैंप लगाकर मोबाइल लौटाया जा रहा है.
इसे भी पढ़े- इलाहाबाद के सिपाही का पटना में मिला खोया हुआ मोबाइल, ऑपरेशन मुस्कान के तहत 1000 लोगों के चेहरे पर आई हंसी