पटना : बिहार की राजधानी पटना के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में 31 जुलाई को निलेश मुखिया को गोली मार दी गई थी. इसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस हत्याकांड पुलिस ने पहले ही आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इसमें शूटर समेत सेटर अजय राय को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है. अब मुख्य साजिशकर्ता व नामजद अभियुक्त गोरख राय को पुलिस ने झारखंड के लोहरदगा से हत्या के 3 महीने बाद गिरफ्तार किया है.
तीन महीने से फरार था गोरख : गोरख को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया. गोरख राय ने इस हत्याकांड में अपनी संलिप्ता स्वीकार की है. मालूम हो कि चर्चित हत्याकांड निलेश मुखिया हत्याकांड का नामजद अभियुक्त गोरख राय की पुलिस को काफी दिनों से तलाश थी. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए पटना सेंट्रल एसपी वैभव शर्मा ने बताया कि पार्षद पति निलेश मुखिया को 25 लाख की सुपारी देकर शूटरों को हत्या का कांट्रेक्ट दिया गया था.
दो आरोपी अब भी फरार : घटना के कुछ दिन पहले तीनों नामजद आरोपी पप्पू राय, गोरख राय और धप्पू राय पटना से एक साथ फरार हो गए और अलग अलग ठिकानों पर छिप रहे. पटना से तीनों भाई भागकर पहले हरिद्वार गए. फिर वहां से अलग अलग होकर, दिल्ली और झारखंड के लिए भागे. मुख्य आरोपी गोरख राय की गिरफ्तारी हुई है. सेंट्रल एसपी ने कहा कि इस मामले में घटना के बाद 14 अगस्त को पहली गिरफ्तारी हुई. पुलिस ने 2 अपराधियों को को गिरफ्तार किया. इसके बाद 6 अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है.
"नौवीं गिरफ्तारी इस मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी गोरख राय को झारखंड के लोहरदगा से गुप्त सूचना के आधार पर किया गया है. फिलहाल 4 आरोपी निलेश मुखिया हत्या मामले में अब भी फरार हैं, जिसमे धप्पू राय और पप्पू राय शामिल हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. बहुत जल्द उन दोनों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा."- वैभव शर्मा, सिटी एसपी मध्य पटना
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