पटना : बिहार की राजधानी पटना में हत्या का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा. आए दिन किसी न किसी इलाके में मर्डर की घटना सामने आते रहती है और इन में से कुछ सुर्खियों में छा जाती है. राजधानी की ऐसी ही एक चर्चित घटना निलेश मुखिया हत्या कांड का खुलासा पुलिस ने कर लिया है. पुलिस का दावा है कि जमीन के लिए निलेश मुखिया की हत्या की गई है. करीब 7 करोड़ रुपये के भूखंड के मामले में निलेश रोड़ा बन रहा था. इसलिए आरोपियों ने एक साजिश के तहत उसे रास्ते से हटा दिया.
ये भी पढ़ें : Nilesh Mukhiya Murder Case: निलेश मुखिया हत्याकांड में पटना पुलिस की बड़ी कार्रवाई, आरोपियों के घर की कुर्की जब्ती
सात करोड़ की जमीन बनी हत्या का कारण : निलेश मुखिया हत्याकांड में तीन लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया था. वहीं पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान पूर्व में भी पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. अब इस मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. हत्या में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार देर शाम हत्याकांड के मुख्य षडयंत्रकर्ता अजय राय उर्फ विशाल कुमार, संतोष कुमार और उदय कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है.
''7 करोड़ की जमीन के कारण निलेश कुमार की हत्या की साजिश रची गई थी. इसमें मुख्य रूप से पप्पू राय, धप्पू राय, गोरख राय और अजय राय शामिल थे. इस हत्या के लिए पप्पू राय ने अपने ऑफिस में साजिश रची थी और अजय राय को 25 लाख की सुपारी दी थी. अजय राय ने ही शूटर हायर किया था और उसे 5 लाख रुपया ही दिया था और 20 लाख रुपये अजय, संतोष और उदय ने आपस में बांट लिया था. अजय राय के पास से एक पिस्टल, पांच गोली और एक क्रेटा गाड़ी मिली है".- राजीव मिश्रा, एसएसपी, पटना
अजय ने ली थी शूटर हायर करने की जिम्मेवारी : एसएसपी ने बताया कि अजय राय को पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया. वहीं संतोष और उदय को दीघा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी पप्पू राय के घर की कुर्की जब्ती भी पटना पुलिस कर चुकी है, लेकिन अभी तक तीनों भाई फरार चल रहे हैं. हालांकि उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस छापेमारी कर रही है. एएसएपी ने बताया कि सात करोड़ की जमीन को लेकर ही निलेश मुखिया से इनलोगों का विवाद था.
क्या है मामला : बता दें कि पिछले 31 जुलाई को निलेश कुमार को अपराधियों ने सुबह 10 बजे के करीब गोली मार दी थी. निलेश की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद निलेश कुमार के परिजनों ने काफी विरोध प्रदर्शन भी किया था. कैंडल मार्च भी निकल गया था. परिजन ने पड़ोस के ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाया था.