पटना: बिहार की राजधानी पटना में अवैध बालू खनन बेरोक-टोक जारी है. पटना से सटे धनरूआ में बालू माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. लगातार दरधा नदी से बालू का अवैध रूप से खनन हो रहा है. इस कारण दरधा नदी पूरी तरह से खाड़ में तब्दील हो गई है. बारिश के मौसम में जब सरकारी बालू खनन पर भी रोक लगा दी जाती है, तब भी अवैध रूप से खनन बदस्तूर जारी रहता है.
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नदियों के अस्तित्व पर मंडरा रहा खतरा : धनरूआ थाना क्षेत्र के दरधा नदी पर बालापुर गांव, दुलारबीघा, रामगढ़ समेत कई गांव के पास अवैध रूप से बालू का खनन किया जा रहा है. लगातार हो रहे बालू खनन से दरधा नदी अब पूरी तरह से खाड़ में तब्दील हो गई है. यहां अवैध बालू खनन स्थल पर देखा जा सकता है कि बालू माफियाओं ने नदी का क्या हाल बना रखा है. अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में नदियों के अस्तित्व पर खतरा में पड़ जाएगा.
देर रात किया जाता है अवैध खनन : नदियों से लगातार अवैध खनन के जरिए बालू के साथ-साथ मिट्टी भी निकाली जा रही है. इससे वातावरण और पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. इसके साथ ही नदियों का इको सिस्टम भी प्रभावित हो रहा है. नाम नहीं छापने की शर्त पर बालापुर गांव के लोगों ने बताया कि यहां पर तकरीबन 20 लोग हैं, जो नदियों से अवैध रूप से बालू निकालते हैं. रात 2:00 बजे से सुबह 4:00 बजे तक अवैध रूप से बालू खनन की जाती हैं. वहीं रात में पुलिस पेट्रोलिंग जब आती है तो उसे नजराना देकर वहां से चला दिया जाता है.
पुलिस पर माफियाओं से मिलीभगत का आरोप : स्थानीय लोगों से मिली जानकारी से यह साफ हो जाता है कि स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से अवैध बालू का खनन किया जा रहा है. हालांकि इस पूरे मामले में धनरूआ पुलिस इनकार करते हुए नजर आ रही है. इस बाबात खनन पदाधिकारी संगीता कुमारी ने बताया कि जहां जहां से इनपुट मिल रहा है. वहां पर दल बल के साथ अवैध बालू खनन की छापेमारी की जा रही है. टीम गठित की गई है. लगातार छापेमारी होगी.
"धनरूआ और मसौढ़ी में अवैध बालू खनन की सूचना मिली है. टीम गठित कर छापेमारी की जाएगी, जिलाधिकारी के निर्देश पर अवैध बालू खनन पर रोक लगाने के लिए कार्रवाई की जा रही है."- प्रीती कुमारी, एसडीएम मसौढ़ी