पटना: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने बुधवार को विद्युत फिक्स चार्ज और घरेलू बिजली माफ करने की मांग को लेकर राजेंद्र नगर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि लॉकडाउन अवधि में बिजली बिल काफी बढ़ा-चढ़ा कर भेजा गया है. जबकि इस अवधि में बिजली का अधिक इस्तेमाल भी नहीं हुआ है. इसी को लेकर पार्टी ने बुधवार को मांग दिवस मनाया.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार लोगों के साथ अन्याय नहीं कर सकती है. बता दें कि, भाकपा ने 7 जून को अधिकार दिवस मनाया था और सरकार के सामने कई मांगें रखी थी. साथ ही मांगें पूरी नहीं किए जाने पर आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी थी. इसी क्रम में बुधवार को पार्टी ने मांग दिवस मनाया है. नेताओं ने कहा कि सरकार से हमारी मांग है कि लॉकडाउन अवधि में सरकार विद्युत फिक्स चार्ज और घरेलू बिजली बिल माफ करे.
कोरोना के बढ़ते मरीजों के लिए सरकार जिम्मेदार
इसके साथ ही पार्टी ने प्रवासी मजदूरों की भी कई मांगे रखी. नेताओं ने कहा कि बिहार लौटने के क्रम में जिन प्रवासी मजदूरों की मौत हुई, उनके परिवार को सरकार 20 लाख रुपए मुआवजा दे. साथ ही निजी विद्यालय के स्कूल फीस को माफ किया जाए. वहीं सीपीआई कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार ने कोरोना और लॉकडाउन को लेकर कोई प्लानिंग नहीं की थी. लोगों को ऐसे ही मरने के लिए छोड़ दिया गया. यही कारण था कि काफी संख्या में प्रवासी मजदूर खुद से ही पैदल चलकर अपने घर लौट रहे है. लेकिन इस तरह देश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसके लिए सरकार जिम्मेदार है.
![प्रदर्शन कर रहे सीपीआई कार्यकर्ता](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-01-cpi-portest-for-relief-in-electricity-bill-pkg-bh10042_10062020154017_1006f_1591783817_585.jpg)