पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. इसके बावजूद भी आए दिन अलग-अलग जगहों से शराब की बरामदगी की जाती है.आशंका जताई जा रही है कि जहरीली शराब पीने के कारण नवादा और बेगूसराय में कुल 8 लोगों की मौत हुई है. और कई लोग इस कारण बीमार हैं जिनका इलाज चल रहा है. इस पर भाकपा माले ने बिहार सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी नहीं है.
यह भी पढ़ें- बिहार में जहरीली शराब पीने एक ही दिन में 8 लोगों की मौत! तेजस्वी बोले- सच बोलने पर आगबबूला हो जाते हैं CM
'बिहार में शराब की होम डिलीवरी'
भाकपा माले के राज्य सचिव का कहना है कि सरकार कार्रवाई करने की जगह हाथ पर हाथ धरे बैठी है. हाल ही में बिहार सरकार के एक मंत्री के भाई के यहां से भारी मात्रा में शराब बरामद हुई थी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
'शराबबंदी के नाम पर शराब की होम डिलीवरी कराई जा रही है. घर-घर शराब पहुंचाया जा रहा है. सरकार कार्रवाई करने के नाम पर शराब माफिया को पकड़ने के बजाय आम लोगों को प्रताड़ित करती है और उन्हें फंसाया जाता है. और अब आए दिन जहरीली शराब पीने के कारण गरीब लोगों की मौत हो रही है.'- कुणाल, राज्य सचिव, भाकपा माले
'शराब माफियाओं का बड़े नेताओं से गठजोड़'
भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जितने भी शराब माफिया हैं उनका बड़े नेताओं के साथ-साथ प्रशासन के साथ गठजोड़ है. जब तक सरकार उस गठजोड़ पर अटैक नहीं करेगी, तब तक बिहार में शराबबंदी कानून बेहतर तरीके से लागू नहीं हो पाएगा.
यह भी पढ़ें- बेतिया में छापेमारी के दौरान विदेशी शराब बरामद, तस्कर फरार