पटना: बिहार चुनावी महासमर 2020 में महागठबंधन से तालमेल से नहीं होते देख भाकपा माले ने मसौढ़ी में चुनावी बैठक की. महागठबंधन में तालमेल न बन पाते देख भाकपा माले ने अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी शुरू कर दी है.
भाकपा माले ने की अलग बैठक
मसौढ़ी विधानसभा में चुनाव प्रथम चरण में होना है, जिसको लेकर गुरुवार से नामांकन शुरू हो गया है, हालांकि पहले दिन नामांकन किसी उम्मीदवारों ने नहीं कराया है. बहरहाल, महागठबंधन से भाकपा माले अलग होकर उम्मीदवार उतारने की घोषणा करने की तैयारी में है. 37 विधानसभा सीट की घोषणा करते हुए चुनावी मैदान में उम्मीदवार को उतारने की प्रक्रिया में तेजी आ गई है. ऐसे में मसौढ़ी विधानसभा में आज पहली चुनावी बैठक हुई. जिसमें अपने कार्यकर्ताओं के बीच चुनावी रणनीति पर चर्चा की.
भाकपा माले दिए कई निर्देश
बूथ स्तरीय तैयारी करने के अलावा हर वर्गों में अपनी पकड़ मजबुत करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए. पहली चुनावी बैठक में विधानसभा स्तरीय सभी कार्यकर्ता शामिल हुए. केंद्रीय कोर कमेटी के सदस्य और पोलित ब्यूरो सदस्य अमर इस बैठक में शामिल हुए. चुनावी रणनीति पर अपने पंचायतों के लिए कई जरुरी दिशा-निर्देश देते हुए टास्क दिए. वहीं बैठक के दौरान सभी कार्यकर्ताओं को अचार संहिता और चुनाव आयोग के नियमों के बारे में सभी कार्यकर्ताओं को जानकारी दी गई.
महागठबधंन से नहीं बना तालमेल
भाकपा माले ने पटना जिला में मसौढ़ी, पालिगंज और फुलवारी विधानसभा सीट की मांग की थी, लेकिन महागठबंधन से बात नहीं बन पाई है, तालमेल न बन पाते देख भाकपा माले ने अपने उम्मीदवारों को उतारने की घोषणा करने में जुट गये हैं.