पटना: राज्य में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. बढ़ते संक्रमण के चेन को रोकने के लिए बिहार सरकार ने बिहार में 10 दिनों का लॉकडाउन लगाया है. वहीं सुबह 7 बजे से 11 बजे तक लॉकडाउन में छूट की अवधि दी गई है. भाकपा माले राज्य सचिव कुणाल ने सरकार से मांग की है कि जो लॉकडाउन में छूट दी गई है उसके समय में बदलाव किया जाए. कुणाल ने कहा कि लॉकडाउन में छूट की अवधि व्यावहारिक नहीं है.
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समय में बदलाव करने की मांग
कुणाल ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान छूट का समय दोपहर 1 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक किया जाना चाहिए. क्योंकि ज्यादातर सब्जी विक्रेताओं के साथ कई तरह की परेशानी हो रही है. वह अपनी सब्जियां लेकर गांव से शहर तक 10-11 पहुंचते हैं. तब तक मार्केट बंद हो जाता है और उन्हें अपनी सब्जियां वापस ले जानी पड़ती है. बिक्री न होने की वजह से उनके सामने जीवन यापन की बड़ी समस्या खड़ी हो रही है. इसलिए सरकार से मांग करते हैं कि सरकार इसका समय बदले. वहीं उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विधायक मद से दो करोड़ की राशि कोविड संक्रमित और स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने पर खर्च करने का निर्देश दिया है.
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मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की मांग
भाकपा माले राज्य सचिव कुणाल ने मांग किया है कि शेष एक करोड़ की राशि भी संबंधित विधायक के विधानसभा क्षेत्र में आवश्यक स्वास्थ्य उपकरणों की व्यवस्था पर खर्च हो तो ज्यादा बेहतर है. पटना के कई अस्पतालों से यह खबर आ रही है कि 90 से कम ऑक्सीजन लेवल वाले मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है. जबकि ऐसे ही मरीजों को ज्यादा ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की आवश्यकता होती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री इस पर तत्काल संज्ञान लें. इस तरह की कार्रवाई पर रोक लगाएं और ऐसे मरीजों को भी अस्पताल में भर्ती करवाएं.