पटना: बिहार महासमर के आखिरी चरण के लिए महारथियों ने कमर कस ली है. सभी दलों के दिग्गज एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप में लगे हैं. इसी कड़ी में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल के सदस्य रामबाबू कुमार ने रोजगार के मुद्दे पर एनडीए सरकार को घेरा. रामबाबू ने कहा कि बिहार में रोजगार की स्थिति खस्ताहाल है.
'कई सालों से बंद पड़े उद्योग'
राज्य में बड़ी संख्या में ऐसे उद्योग हैं जो कई सालों से बंद पड़े हैं. लेकिन इन्हें चालू करने के लिए राज्य सरकार ने 15 साल से अब तक कुछ नहीं किया. जब तक बिहार में उद्योग नहीं लगेंगे या जो बंद पड़े उद्योग हैं वह चालू नहीं होंगे तब तक बिहार का विकास नहीं हो पाएगा और ना ही लोगों को रोजगार मिलेगा. एनडीए सरकार इस मुद्दे पर कभी बात नहीं करती.
'एनडीए सरकार ने लोगों को सिर्फ ठगने और धोखा देने का काम किया. डबल इंजन सरकार को यह बताना चाहिए कि आखिर क्यों बिहार के लोग घर से बाहर नौकरी करने जाते हैं और पलायन क्यों होता है'- रामबाबू कुमार, नेता, सीपीआई
सीपीआई ने अपने संकल्प पत्र और घोषणा पत्र में इन सभी चीजों की चर्चा की है. हमारी सरकार बनेगी तो सभी बंद उद्योगों को सुचारू रूप से चालू किया जाएगा. अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा ताकि लोग दूसरे राज्य में जाकर काम ना करें.