पटनाः राजधानी के एम्स को कोरोनिक वैक्सीन ट्रायल के लिए देश के 12वें संस्थान के रूप में चुना गया है. भारत बायोटेक इंटरनेशनल के इजाद किये गए कोरोना वैक्सिन का पटना एम्स में 7 जुलाई से इंसानों पर ट्रायल शुरू किया जाएगा. यह ट्रायल तीन फेज में किया जाएगा.
किया जाएगा ट्रायल
एम्स के अधीक्षक सीएम सिंह ने बताया कि पहले फेज में सेफ्टी के साथ कम लोगों पर ही ट्रायल किया जाएगा. सफलता मिलने के बाद दूसरे और तीसरे स्तर का ट्रायल एम्स के डॉक्टरों और वैक्सीन बनाने वाली कंपनी के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और वैज्ञानिकों की देख रेख में किया जाएगा.
स्वस्थ लोगों पर ही होगा परीक्षण
सीएम सिंह ने कहा कि 7 जुलाई से उन वालंटियर्स पर ट्रायल शुरू किया जाएगा जो स्वेच्छा से इसमें शामिल होना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि वालंटियर की सभी प्रकार की जांच की जाएगी और जो लोग फिट होंगे उनको वैक्सिंग दिया जाएगा. एम्स के अधीक्षक ने बताया कि फिर वैक्सीन के रिजल्ट को ऑब्जर्व किया जाएगा.
74.09 फीसदी है रिकवरी रेट
बता दें कि पूरे देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. बिहार में कोरोना के 11 हजार 460 मामले सामने आ चुके हैं. इससे 88 लोगों की बिहार में मौत हो चुकी है. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 2,880 है. जबकि कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 74.09 फीसदी है.
मरीजों में अचानक वृद्धि
राज्य में प्रवासी मजदूरों की वापसी के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है. तीन मई के बाद बिहार पहुंचे ज्यादातर प्रवासी व्यक्तियों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. इसमें महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आने वाले प्रवासी श्रमिक शामिल हैं.