पटना: 12 जुलाई को बिहार के कक्षा 1 से 5 के लिए पंचायत नियोजन इकाइयों (Panchayat Niyojan) में संपन्न हुई. शिक्षक नियोजन में काउंसलिंग के दौरान कई नियोजन इकाइयों में जबरदस्त हंगामा हुआ तो कई में गड़बड़ी पकड़ी गई. कुछ नियोजन इकाइयों में पंचायत सचिव (Panchayat Sachiv) की अनुपस्थिति की वजह से काउंसलिंग नहीं हो पाई.
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अब ऐसी 473 पंचायत नियोजन इकाइयों में अगले महीने के आखिर में फिर से काउंसलिंग हो सकती है. शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 2 अगस्त, 4 अगस्त और 9 अगस्त को होने वाली काउंसलिंग के बाद शिक्षा विभाग बाकी बची सभी सीटों के लिए फिर से काउंसलिंग की डेट निर्धारित करेगा. जानकारी के मुताबिक अगस्त महीने के बाद फिर से 473 पंचायत नियोजन इकाइयों के 3,688 पदों पर काउंसलिंग के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया जाएगा.
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आपको याद दिला दें कि 12 जुलाई को बिहार के कुल 4,885 पंचायत नियोजन इकाइयों में काउंसलिंग होनी थी लेकिन हंगामा गड़बड़ी और पंचायत सचिव या अन्य की अनुपस्थिति की वजह से 473 पंचायत इकाइयों में काउंसलिंग नहीं हो पाई या होने के बावजूद वहां शिक्षा विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें रद्द कर दिया. ऐसे गड़बड़ी वाले नियोजन इकाइयों पर कार्रवाई की भी तैयारी हो रही है. शिक्षा विभाग के मुताबिक विस्तृत रिपोर्ट मिलने के बाद पंचायत सचिव या दोषी अभ्यर्थियों पर भी कार्रवाई होगी.
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अगस्त महीने में उन नियोजन इकाइयों में काउंसलिंग की प्रक्रिया होनी है जहां नए दिव्यांग अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग 9 अगस्त को प्राथमिक शिक्षक अभ्यर्थियों की काउंसलिंग की प्रक्रिया खत्म होने के बाद बाकी बची रिक्तियों के लिए फिर से काउंसलिंग की डेट निर्धारित करेगा. हालांकि बिहार में बहुत जल्द पंचायत चुनाव होने वाले हैं इसलिए इसमें अब देरी होने की संभावना भी जताई जा रही है.
दरअसल, 5 जुलाई से 12 जुलाई तक बिहार में 90,762 प्राथमिक शिक्षक के पदों पर नियोजन की प्रक्रिया के तहत काउंसलिंग हुई. 5 से 12 जुलाई के बीच सिर्फ उन्हीं पंचायत प्रखंड और नगर निकाय में काउंसलिंग हुई है, जहां किसी नये दिव्यांग अभ्यर्थी ने आवेदन नहीं किया है. 12 जुलाई को सबसे ज्यादा 20803 पदों पर नियोजन के लिए 38 जिलों में काउंसलिंग हुई, लेकिन इनमें भी 8594 शिक्षकों के पद खाली रह गए हैं.