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कोरोना का सेकेंड वेव पहले से ज्यादा है खतरनाक, संक्रमण फैलने की दर भी है ज्यादा

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Published : Apr 4, 2021, 7:51 PM IST

कोरोना ने बिहार में पैर पसारना शुरू कर दिया है. संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में जरूरी है कि एहतियात बरते जाएं. SARC रोग विशेषज्ञ डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि अभी के समय में सभी को बेहद सचेत रहने की आवश्यकता है. कोरोना के सेकेंड वेव का पीक आना अभी बाकी है.

डॉ. दिवाकर तेजस्वी
डॉ. दिवाकर तेजस्वी

पटना: प्रदेश में कोरोना संक्रमण गहराता जा रहा है और संक्रमण के नए मामले में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है. प्रदेश में भी यही हाल है और यहां नए संक्रमितों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है. आए दिन नए संक्रमित पहले से ज्यादा मिल रहे हैं. ऐसे में मेडिकल जगत के एक्सपर्ट इसे कोरोना का सेकेंड वेव की संज्ञा दे रहे हैं.

सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री सिंड्रोम संबंधी बीमारियों के एक्सपर्ट चिकित्सक अभी के समय को जरूर कोरोना का सेकेंड वेभ मान रहे हैं. मगर उनका मानना है कि अभी इसका पीक टाइम आना बाकी है.

देखें पूरी रिपोर्ट

यह भी पढ़ें- शराबबंदी में भी हाथ में शराब की बोतल, बार बाला संग डांस, वीडियो वायरल

इंफेक्शन फैलने की दर है ज्यादा
पटना में सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री सिंड्रोम संबंधी बीमारियों के एक्सपर्ट चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि कोरोना के सेकेंड वेव का पीक आना अभी बाकी है. अभी जो संक्रमितों की संख्या में जितनी तेजी से वृद्धि हो रही है, यह पहली बार के संक्रमण से बहुत ज्यादा है. पहले जो संक्रमण सामान्यतः 6 हफ्ते में होता था.

अब वह 3 हफ्ते में ही देखने को मिल रहा है. ऐसे में अभी के समय में वायरस के जिनोमिक स्ट्रक्चर का पता लगाना बेहद जरूरी है. ऐसा महसूस हो रहा है कि अभी जो वायरस का स्ट्रेन है उस में इंफेक्शन फैलने की दर काफी ज्यादा है.

पहले से ज्यादा खतरनाक है यह संक्रमण
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि अभी संक्रमण की स्थिति पहले से ज्यादा खतरनाक है. क्योंकि अब मृत्यु दर बढ़नी शुरू हो गई है. मेडिकल टर्म में सामान्यतः ऐसा माना जाता है कि आज की जो मृत्यु दर है, वह 3 से 4 हफ्ते पहले के संक्रमण का नतीजा है. क्योंकि विशेष परिस्थिति को छोड़ दें तो जो केस बिगड़ते हैं, उनके संक्रमण का 3 से 4 हफ्ते पहले पता चल जाता है.

ऐसे में अभी जिस प्रकार से संक्रमण का दर बढ़ा है, आने वाले 3 से 4 हफ्ते में इसका असर दिखना शुरू हो जाएगा. निश्चित रूप से मोर्टेलिटी रेट में भी इजाफा देखने को मिलेगा.

एहतियात ही संक्रमण के फैलने के दर से बचाएगा
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि अभी के समय में सभी को बेहद सचेत रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि कानपुर आईआईटी के मैथमेटिकल एनालिसिस्ट ने एक मैथमेटिकल एनालिसिस किया है. पुराने रेट और अभी की रेट को देखते हुए. इसके अनुसार अनुमान किया जा रहा है कि अप्रैल के दूसरे से तीसरे सप्ताह तक देश में कोरोना का पीक टाइम आ सकता है.

यह भी पढ़ें- बिहार में बढ़ते कोरोना को देखते हुए सरकार ने लिए कई फैसले, पढ़ें रिपोर्ट

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सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री सिंड्रोम संबंधी बीमारियों के एक्सपर्ट चिकित्सक अभी के समय को जरूर कोरोना का सेकेंड वेभ मान रहे हैं. मगर उनका मानना है कि अभी इसका पीक टाइम आना बाकी है.

देखें पूरी रिपोर्ट

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इंफेक्शन फैलने की दर है ज्यादा
पटना में सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री सिंड्रोम संबंधी बीमारियों के एक्सपर्ट चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि कोरोना के सेकेंड वेव का पीक आना अभी बाकी है. अभी जो संक्रमितों की संख्या में जितनी तेजी से वृद्धि हो रही है, यह पहली बार के संक्रमण से बहुत ज्यादा है. पहले जो संक्रमण सामान्यतः 6 हफ्ते में होता था.

अब वह 3 हफ्ते में ही देखने को मिल रहा है. ऐसे में अभी के समय में वायरस के जिनोमिक स्ट्रक्चर का पता लगाना बेहद जरूरी है. ऐसा महसूस हो रहा है कि अभी जो वायरस का स्ट्रेन है उस में इंफेक्शन फैलने की दर काफी ज्यादा है.

पहले से ज्यादा खतरनाक है यह संक्रमण
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि अभी संक्रमण की स्थिति पहले से ज्यादा खतरनाक है. क्योंकि अब मृत्यु दर बढ़नी शुरू हो गई है. मेडिकल टर्म में सामान्यतः ऐसा माना जाता है कि आज की जो मृत्यु दर है, वह 3 से 4 हफ्ते पहले के संक्रमण का नतीजा है. क्योंकि विशेष परिस्थिति को छोड़ दें तो जो केस बिगड़ते हैं, उनके संक्रमण का 3 से 4 हफ्ते पहले पता चल जाता है.

ऐसे में अभी जिस प्रकार से संक्रमण का दर बढ़ा है, आने वाले 3 से 4 हफ्ते में इसका असर दिखना शुरू हो जाएगा. निश्चित रूप से मोर्टेलिटी रेट में भी इजाफा देखने को मिलेगा.

एहतियात ही संक्रमण के फैलने के दर से बचाएगा
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि अभी के समय में सभी को बेहद सचेत रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि कानपुर आईआईटी के मैथमेटिकल एनालिसिस्ट ने एक मैथमेटिकल एनालिसिस किया है. पुराने रेट और अभी की रेट को देखते हुए. इसके अनुसार अनुमान किया जा रहा है कि अप्रैल के दूसरे से तीसरे सप्ताह तक देश में कोरोना का पीक टाइम आ सकता है.

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