ETV Bharat / state

'बिहार में कोरोना बेलगाम लेकिन स्वास्थ्य मंत्री बंगाल चुनाव में व्यस्त'

author img

By

Published : Apr 12, 2021, 6:09 PM IST

Updated : Apr 12, 2021, 6:49 PM IST

रविवार को बिहार में कोरोना के 3756 नए मामले सामने आए थे. जिसमें से अकेले पटना में 1382 मरीज मिले थे. यहां सभी अस्पतालों में बेड भरे हुए हैं. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बंगाल चुनाव में व्यस्थ हैं. ऐसे में विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है. पेश है खास रिपोर्ट...

स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है. केवल अप्रैल महीने की बात करें तो एक अप्रैल को बिहार में 488 कोरोना संक्रमित मिले थे. 6 अप्रैल को यह आंकड़ा एक हजार को पार कर गया और 9 अप्रैल को 2000 से अधिक संक्रमित मिले. वहीं, 10 अप्रैल को 3,400 से अधिक मरीज सामने आए थे और 11 अप्रैल 3,756 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई.

ये भी पढ़ेंः बिहार में रविवार को कोरोना के 3,756 नए मामले आए सामने, अकेले पटना में 1,382 मरीज मिले

राज्यपाल ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए राज्यपाल फागू चौहान ने 17 अप्रैल को पटना में सर्वदलीय बैठक बुलाई है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि प्रदेश में कोरोना नया रिकॉर्ड बना रहा है और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बंगाल चुनाव में व्यस्त हैं. विपक्ष को सरकार पर हमला करने का एक बड़ा मुद्दा मिल गया है.

बीजेपी प्रवक्ता विनोद शर्मा
बीजेपी प्रवक्ता विनोद शर्मा

विपक्ष कह रहा है कि सरकार कोरोना को लेकर गंभीर नहीं है. बिहार में वैक्सीन और दवा का भी काफी शॉर्टेज है. जांच रिपोर्ट मिलने में लंबा समय लग जा रहा है.

आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र
आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र

आरजेडी का सरकार पर हमला
स्वास्थ्य मंत्री के लगातार प्रदेश से बाहर रहने पर विपक्ष हमलावर हो गया है. विपक्ष इस बहाने सीएम नीतीश कुमार को भी आड़े हाथों ले रहा है. आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र कहा, 'प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई है.

स्वास्थ्य मंत्री लगातार प्रदेश से बाहर रह रहे हैं. विभाग की जिम्मेदारी मिली है तो पहले बिहार को देखना चाहिए. पीएमसीएच में जिंदा आदमी के परिजनों को दूसरे की लाश सौंप दी जा रही है.'

पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह
पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह

'बीजेपी के लोगों के लिए सत्ता ही सबसे बड़ी चीज है. उन्हें कुर्सी प्यारी है. पहले जो जिम्मेवारी मिली है, उसे निभाना चाहिए, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री को लोगों की जान की कोई चिंता ही नहीं है. कोरोना के इलाज के लिए महत्वपूर्ण दवा रेमडेसीविर बिहार में नहीं मिल रही है.' - नरेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री

सत्ता पक्ष का पलटवार
बीजेपी प्रवक्ता विनोद शर्मा ने स्वास्थ्य मंत्री का बचाव करते हुए कहा, 'मंगल पांडेय बंगाल चुनाव में जरूर जा रहे हैं, लेकिन उनका ध्यान बिहार पर भी है. वे कोरोना को लेकर सीएम के साथ लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं. अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं. विपक्ष का काम ही है आरोप लगाया.'

डॉ. सुनील सिंह, अध्यक्ष, जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ
डॉ. सुनील सिंह, अध्यक्ष, जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ

'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी उनके साथ सभी समीक्षा बैठक में भाग ले रहे हैं. महामारी पर विपक्ष को इस तरह की नकारात्मक राजनीति से परहेज करना चाहिए.' - डॉ. सुनील सिंह, अध्यक्ष, जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ

देखें खास रिपोर्ट

अप्रैल में किस दिन आए कितने मामलेः

  • 1 अप्रैल - 488
  • 2 अप्रैल - 662
  • 3 अप्रैल - 836
  • 4 अप्रैल - 864
  • 5 अप्रैल - 935
  • 6अप्रैल - 1080
  • 7 अप्रैल 1527
  • 8 अप्रैल - 1911
  • 9 अप्रैल - 2174
  • 10 अप्रैल - 3469
  • 11 अप्रैल - 3756

एक्टिव मरीजों की संख्या में रही वृद्धिः

  • 7 अप्रैल को 5925 एक्टिव मरीज
  • 8 अप्रैल को 7504
  • 9 अप्रैल को 9357
  • 10 अप्रैल को 11998
  • 11 अप्रैल को 14695

बता दें कि रविवार को बिहार में कोरोना के 3756 नए मामले सामने आए थे. जिसमें से अकेले पटना में 1382 मरीज मिले थे. जिसके बाद यहां माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाकर 255 कर दी गयी.

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है. केवल अप्रैल महीने की बात करें तो एक अप्रैल को बिहार में 488 कोरोना संक्रमित मिले थे. 6 अप्रैल को यह आंकड़ा एक हजार को पार कर गया और 9 अप्रैल को 2000 से अधिक संक्रमित मिले. वहीं, 10 अप्रैल को 3,400 से अधिक मरीज सामने आए थे और 11 अप्रैल 3,756 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई.

ये भी पढ़ेंः बिहार में रविवार को कोरोना के 3,756 नए मामले आए सामने, अकेले पटना में 1,382 मरीज मिले

राज्यपाल ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए राज्यपाल फागू चौहान ने 17 अप्रैल को पटना में सर्वदलीय बैठक बुलाई है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि प्रदेश में कोरोना नया रिकॉर्ड बना रहा है और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बंगाल चुनाव में व्यस्त हैं. विपक्ष को सरकार पर हमला करने का एक बड़ा मुद्दा मिल गया है.

बीजेपी प्रवक्ता विनोद शर्मा
बीजेपी प्रवक्ता विनोद शर्मा

विपक्ष कह रहा है कि सरकार कोरोना को लेकर गंभीर नहीं है. बिहार में वैक्सीन और दवा का भी काफी शॉर्टेज है. जांच रिपोर्ट मिलने में लंबा समय लग जा रहा है.

आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र
आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र

आरजेडी का सरकार पर हमला
स्वास्थ्य मंत्री के लगातार प्रदेश से बाहर रहने पर विपक्ष हमलावर हो गया है. विपक्ष इस बहाने सीएम नीतीश कुमार को भी आड़े हाथों ले रहा है. आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र कहा, 'प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई है.

स्वास्थ्य मंत्री लगातार प्रदेश से बाहर रह रहे हैं. विभाग की जिम्मेदारी मिली है तो पहले बिहार को देखना चाहिए. पीएमसीएच में जिंदा आदमी के परिजनों को दूसरे की लाश सौंप दी जा रही है.'

पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह
पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह

'बीजेपी के लोगों के लिए सत्ता ही सबसे बड़ी चीज है. उन्हें कुर्सी प्यारी है. पहले जो जिम्मेवारी मिली है, उसे निभाना चाहिए, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री को लोगों की जान की कोई चिंता ही नहीं है. कोरोना के इलाज के लिए महत्वपूर्ण दवा रेमडेसीविर बिहार में नहीं मिल रही है.' - नरेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री

सत्ता पक्ष का पलटवार
बीजेपी प्रवक्ता विनोद शर्मा ने स्वास्थ्य मंत्री का बचाव करते हुए कहा, 'मंगल पांडेय बंगाल चुनाव में जरूर जा रहे हैं, लेकिन उनका ध्यान बिहार पर भी है. वे कोरोना को लेकर सीएम के साथ लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं. अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं. विपक्ष का काम ही है आरोप लगाया.'

डॉ. सुनील सिंह, अध्यक्ष, जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ
डॉ. सुनील सिंह, अध्यक्ष, जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ

'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी उनके साथ सभी समीक्षा बैठक में भाग ले रहे हैं. महामारी पर विपक्ष को इस तरह की नकारात्मक राजनीति से परहेज करना चाहिए.' - डॉ. सुनील सिंह, अध्यक्ष, जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ

देखें खास रिपोर्ट

अप्रैल में किस दिन आए कितने मामलेः

  • 1 अप्रैल - 488
  • 2 अप्रैल - 662
  • 3 अप्रैल - 836
  • 4 अप्रैल - 864
  • 5 अप्रैल - 935
  • 6अप्रैल - 1080
  • 7 अप्रैल 1527
  • 8 अप्रैल - 1911
  • 9 अप्रैल - 2174
  • 10 अप्रैल - 3469
  • 11 अप्रैल - 3756

एक्टिव मरीजों की संख्या में रही वृद्धिः

  • 7 अप्रैल को 5925 एक्टिव मरीज
  • 8 अप्रैल को 7504
  • 9 अप्रैल को 9357
  • 10 अप्रैल को 11998
  • 11 अप्रैल को 14695

बता दें कि रविवार को बिहार में कोरोना के 3756 नए मामले सामने आए थे. जिसमें से अकेले पटना में 1382 मरीज मिले थे. जिसके बाद यहां माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाकर 255 कर दी गयी.

Last Updated : Apr 12, 2021, 6:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.