पटना: पिछले साल आज ही के दिन प्रदेश में कोरोना से पहली मौत हुई थी. उसके बाद धीरे-धीरे संक्रमण अपना पाव फैलाना शुरू किया था. राज्य में अभी तक कोरोना से 2,63,000 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं. जबकि 1559 मरीजों की संक्रमण से मौत हो चुकी है.
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पिछले साल अगस्त-सितंबर के महीने में कोरोना के केसेज काफी बढ़ रहे थे. तब प्रतिदिन 1300 से ज्यादा मामले सामने आ रहे थे. हालांकि सरकार ने अपने प्रयासों से स्थिति को नियंत्रित किया और जनवरी के अंत तक नए मामलों की संख्या में काफी गिरावट आई थी और रोजाना सामने वाले मरीजों की संख्या 50 से कम हो गई थी. लेकिन मार्च के महीने एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है. पिछले 5 दिनों में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है.
दिनांक | बिहार में नए मामले | पटना में नए मामले |
20 मार्च | 126 | 51 |
19 मार्च | 88 | 41 |
18 मार्च | 90 | 25 |
17 मार्च | 107 | 26 |
16 मार्च | 58 | 14 |
15 मार्च | 49 | 15 |
14 मार्च | 26 | 13 |
प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले
इस सूचि को देखे तो बीते एक सप्ताह में संक्रमण के नए मामले में प्रदेश में काफी बढ़ोतरी हुई है और राजधानी पटना में स्थिति विस्फोटक होती जा रही है. प्रवासी होली मनाने दूसरे राज्यों से घर लौट रहे हैं. संक्रमितों में ज्यादातर ट्रैवेल हिस्ट्री वाले मरीज शामिल हैं. इस स्थिति पर प्रदेश के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने चिंता जाहिर की है.
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'कोरोना गाइडलाइन का करें पालन'
कोरोना को लेकर अभी का समय प्रदेश सहित देशभर के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है. कोरोना के नए स्ट्रेन का भी पता चला है. जिसे अमरावती स्ट्रेन बताया जा रहा है. इस स्ट्रेन की ट्रांसमिशेबलिटी काफी ज्यादा है. हाल के दिनों में जिस प्रकार से मुंबई सहित अन्य राज्यों में नए मरीजों की संख्या बढ़ी है, उससे अब बिहार भी अछूता नहीं है. पटना में भी नए संक्रमितों कि संख्या तिगुना रफ्तार से बढ़ रही है. ऐसे में अब हमें बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है. लोगों को कोरोना के सभी गाइडलाइंस का गंभीरता से पालन करना चाहिए.' - डॉ. दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक