गया: बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में इन दिनों पार्टी के अंदर ही कलह का माहौल दिख रहा है. लोजपा में दो फाड़ होना सबसे बड़ा उदाहरण कह सकते हैं. इसके अलावा राजद में तो पोस्टर विवाद ही हो गया. अब जदयू में अंतरकलह शुरू हो गया है. हैरानी की बात यह है कि यह अंतरकलह पोस्टर विवाद से शुरू हुआ है. हुआ यूं कि गया में जदयू के जिला कार्यकारिणी की बैठक थी. जिस जगह कार्यक्रम हो रहा था, उसमें लगे पोस्टर से केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) गायब थे.
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बता दें कि बिहार में गया-बोधगया रोड स्थित एक निजी होटल के प्रांगण में जदयू जिला कार्यकारिणी की एक बैठक आयोजित की गई. बैनर पोस्टर भी होटल में लगाए गए थे. इसमें केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की तस्वीर नहीं थी. जो उनके समर्थकों को गंवारा ना गुजरा. पूर्व विधायक अभय कुशवाहा और उनके समर्थक मंच पर ना बैठकर नीचे की कुर्सी पर बैठ गए. यहीं से विवाद हरा गया.
इस बैठक में बतौर मुख्य अतिथि जिला संगठन प्रभारी ललन पासवान, प्रदेश उपाध्यक्ष नंदकिशोर सिंह, स्थानीय सांसद विजय कुमार मांझी सहित विभिन्न प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं कई वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं नेता शामिल हुए. जैसे ही बैठक शुरू हुई पूर्व विधायक अभय कुशवाहा के द्वारा यह कहते हुए कड़ा आक्रोश व्यक्त किया गया कि बैठक में लगाये गए बैनर में केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का फोटो क्यों नहीं है? बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब आरसीपी सिंह की तस्वीर जदयू के पोस्टर से गायब थी.
उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई कि आखिर किस वजह से बैनर में आरसीपी सिंह की तस्वीर नहीं लगायी गयी. वहीं कई कार्यकर्ता इस बात से नाराज थे कि इस तरह की बैठक में अक्सर प्रखंड अध्यक्षों को बोलने का मौका नहीं दिया जाता है. बात इतनी बढ़ गई कि जदयू नेता आपस में ही भिड़ गए और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने लगे. वहीं कई नेताओं ने समझाने का भी प्रयास किया.
'इस तरह की हरकत कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. शायद भूलवश केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की तस्वीर नहीं लगी हो. उनकी तस्वीर लगायी जानी चाहिए थी. पोस्टर में उनकी तस्वीर नहीं भी लगी तो कोई बात नहीं, फोटो नहीं लगने से किसी नेता या मंत्री के आचरण या व्यक्तित्व पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. व्यक्ति अपने विचारों से ऊंचा या बड़ा होता है. फोटो लगने से नेता का कद बड़ा या छोटा नहीं होता.' -ललन पासवान, जिला संगठन प्रभारी
कुछ नेताओं द्वारा गुटबाजी के सवाल पर ललन पासवान ने कहा कि पार्टी में किसी तरह की गुटबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. हमारे नेता एकमात्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है. जो लोग पार्टी के सिद्धांतों पर चलेंगे. कहीं पार्टी में रहेंगे, अन्यथा उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि पार्टी की मजबूती को लेकर यह बैठक आयोजित की गई है. हमारा लक्ष्य है कि पार्टी पंचायत व गांव स्तर तक पहुंचे. इसके लिए प्रत्येक गांव में 10-10 कार्यकर्ताओं को रखने की कवायद चल रही है. ताकि पार्टी की पहुंच बूथ स्तर तक हो और सरकार की योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाया जा सके.
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