पटनाः शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक और शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर (Education Minister Professor Chandrashekhar) के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. इसको लेकर बिहार में सियासत भी शुरू हो गई है. कुछ नेता केके पाठक को गलत बता रहे हैं, उनका मानना है कि केके पाठक मनमानी कर रहे हैं. कुछ नेता शिक्षा मंत्री को अशिक्षित बता रहे हैं. कह रहे हैं कि मंत्री अपने अधिकारी को काम नहीं करने दे रहे हैं.
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क्या है मामलाः शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक गाइडलाइन जारी की है. इस गाइडलाइन में जिस महादलित टोलों के शिक्षक महादलित बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं. इन महादलित बच्चों की उपस्थिति 90% नहीं होती है तो शिक्षक के वेतन में कटौती की जाएगी. इसके बाद नाराज शिक्षा मंत्री ने विभाग के निदेशक स्तर से लेकर केके पाठक के खिलाफ पीत पत्र जारी किया है, जिसमें लिखा गया है कि अधिकारी सरकार के कार्य संहित के अनुसार काम नहीं कर रहे हैं.
'सरकार को बदनाम किया जा रहा' : राजद विधायक ने शिक्षा मंत्री को सही बताते हुए केके पाठक को गलत करार दिया है. राजद विधायक विरेंद्र भाई ने केके पाठक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाया है. कहा कि अधिकारी को कोई भी काम करने से पहले सरकार में बैठे मंत्री से सलाह लेनी चाहिए. इनकी शिकायत सीएम नीतीश कुमार से करेंगे. जब से आए हैं तब से विवाद खड़ा कर रहे हैं.
'केके पाठक कड़क अधिकारी' : इससे पहले भी केके पाठक अधिकारी को गाली देने से विवाद में आए थे. उस समय भी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की थी. एक बार फिर JDU के मंत्री श्रवण कुमार केके पाठक की बराई करते नजर आए. पहले तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है, इसके बाद कहा कि केके पाठक बहुत ही कड़क अधिकारी हैं. वे हमेशा नियम के हिसाब से कार्रवाई करते रहते हैं. नियम के अनुरूप कोई भी कार्रवाई करते हैं तो वह उचित है.
'केके पाठक दलित विरोधी' : HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने बताया कि "जब से नीतीश कुमार सरकार में गए हैं तब प्रशासन पर उनकी पकड़ ढिली हो गई है. मंत्री और अधिकारी में टकराव हो रहा है और सीएम चुप्पी साधे हैं." इधर बिहार सरकार में मंत्री रत्नेश सदा ने बताया कि "दलित शिक्षकों के खिलाफ इस तरह के आदेश कहीं से ठीक नहीं है. केके पाठक दलित विरोधी हैं."
कौन हैं IAS KK Pathak: आईएएस केके पाठक वर्तमान में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद पर हैं. इससे पहले केके पाठक मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग में अपर मुख्य सचिव थे. केके पाठक कई बार विवादों में रह चुके हैं. मीटिंग में ही अधिकारी से गाली गलौज करने लगे थे, जिसका वीडियो भी वारयरल हुआ था. इस मामले में सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. कुछ दिन पहले गाली देने वाले अधिकारी को शिक्षा विभाग में भेज दिया गया.
कौन हैं शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर: प्रोफेसर चंद्रशेखर राजद नेता हैं और बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री के पद पर हैं. शिक्षा मंत्री भी हमेशा अपने विवादों को लेकर चर्चा में रहते हैं. चाहें वो रामचरितमानस हो या फिर शिक्षक बहाली को लेकर बयान. इधर, जब से शिक्षा विभाग में केके पाठक आए हैं, तब से मंत्री और अधिकारी में ठनी है.