पटना: मध्यप्रदेश की पुलिस ने पटना पुलिस के सहयोग से 40 किलो सोना लूटकांड में बक्सर से तीसरी गिरफ्तारी की है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पटना लेकर आई है. बता दें कि राजस्थान और मध्यप्रदेश में 40 किलो सोना लूटकांड (Gold Looted In Rajsthan And Mp) मामले में दोनों राज्यों की पुलिस बिहार में छापेमारी कर रही है. सोमवार को पटना और वैशाली में पुलिस ने आरोपियों की तलाश में छापेमारी की थी.
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बेऊर जेल में बंद सुबोध सिंह निकला मास्टर माइंड : बिहार की राजधानी पटना के आदर्श केंद्रीय कारा बेऊर से मध्य प्रदेश के कटनी में मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी से 15 किलोग्राम सोना व तीन लाख नकदी की लूट के तार जुड़ते (Connection of gold robbery in MP with Beur Jail) नजर आ रहे है. इस लूट की साजिश बेऊर जेल के तीन सेक्टर के वार्ड संख्या 22 में बंद सुबोध सिंह (Katni Robbery Case Mastermind in Beur Jail) ने रची थी. इसमें हाजीपुर जेल में कैदी की हत्या करने का आरोपित राजाबाबू भी शामिल है.
बक्सर और पटना से हुई है गिरफ्तारीः बताया जाता है कि दोनों एक ही वार्ड में साथ रहते हैं. इस साजिश का पता मध्य प्रदेश की पुलिस को तब चला, जब वारदात में शामिल पटना के शास्त्री नगर के शुभम तिवारी और बक्सर के अंकुश उर्फ विवेक की गिरफ्तारी हुई. वहीं एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि मध्य प्रदेश पुलिस ने अब तक उनसे संपर्क नहीं किया है. हालांकि, इस पूरे मामले में अब तक तीन गिरफ्तारी की बात सामने आ रही है. लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
कटनी डकैती के आरोपी थे सुबोध के संपर्क मेंः मिल रही जानकारी के अनुसार गिरफ्तार शुभम और अंकुश ने मध्य प्रदेश पुलिस के समक्ष चौंकाने वाली जानकारी दी है. सूत्रों की मानें तो बेऊर जेल से निकलने के बाद पीयूष लगातार मोबाइल से सुबोध के संपर्क में था. उसने शुभम, अंकुश, अखिलेश, मिथिलेश और बेऊर जेल में बंद राजाबाबू के करीबी अमित उर्फ विक्कू को मिलने के लिए बुलाया. फिर उन्हें कटनी लेकर गया. सुबोध ने हथियार और रुपयों की व्यवस्था की थी.
सुबोध के इशारे पर डकैती की आशंकाः पीयूष, विक्कू और शुभम ने मणप्पुरम गोल्ड के कार्यालय की रेकी की. इसके बाद उन्होंने नक्शा तैयार किया. सुबोध के कुछ लड़के वहां पहले से मौजूद थे. उनके नाम पीयूष भी नहीं जानता था. वारदात के समय वे कार्यालय में प्रवेश करने वाले अपराधियों पर नजर रख रहे थे, ताकि विपरीत परिस्थितियों में उन्हें वहां से भगाया जा सके.सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश पुलिस के डीएसपी समेत चार सदस्यीय टीम फरार पीयूष उर्फ अर्जुन उर्फ आयुष जायसवाल की तलाश में पटना रवाना हो गई है.
सुबोध सिंह को MP ले जा सकती है पुलिसः पीयूष लंबे समय तक सुबोध के साथ जेल में बंद रहा. वहां की पुलिस सुबोध से बेऊर जेल जाकर पूछताछ करेगी. गिरफ्तार आरोपितों के बयान पर उसे भी अभियुक्त बनाया जा रहा है. संभव है कि मध्य प्रदेश पुलिस प्रोडक्शन वारंट प्राप्त कर सुबोध को पूछताछ के लिए साथ लेकर जा सकती है. सूत्रों की मानें तो गर्दनीबाग में फाइनेंस कंपनी से आठ किलोग्राम सोना लूट की वारदात के बाद पांच दिनों के लिए सुबोध को बेऊर जेल की सेल में रखा गया था. पुलिस की जांच सुस्त पड़ते ही उसे वापस वार्ड में भेज दिया गया.
कौन है सुबोध सिंह: बता दें कि सुबोध सिंह बिहार का एक कुख्यात अपराधी है. बेउर में बंद सुबोध सिंह 2017 में जयपुर मानसरोवर में मुथूट फाइनांस के ऑफिस से 25 किलोग्राम सोना लूट चुका है. उस पर दो दर्जन से अधिक ज्वेलरी दुकान और बैंक लूट के मामले दर्ज हैं. इसके अलावा सुबोध सिंह पर दो पुलिस कर्मियों सहित कई हत्याओं के मामले भी दर्ज हैं.