पटना: विधान पार्षद उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kuswaha) के बिहार भ्रमण को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने तंज कसते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने पीएम मैटेरियल (PM Material) वाले बयान को भी लेकर उपेंद्र कुशवाहा का घेराव किया है.
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'उपेंद्र कुशवाहा अच्छे नेता है. लेकिन जिस तरह की बयान बाजी आजकल वो कर रहे है उससे स्पष्ट है कि वे खुद को मुख्यमंत्री पद के दावेदार समझने लगे है. कहीं न कहीं यही कारण है कि मुख्यमंत्री नीतीश में उन्हें पीएम मैटेरियल दिखता है. जब से वे जदयू में आये हैं लगातार मुख्यमंत्री को लेकर तरह-तरह की बाते कर रहे हैं. मुझे लगता है कि उपेंद्र कुशवाहा खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं इसलिए मुख्यमंत्री को पीएम मैटेरियल बनाकर दरकिनार करना चाहते हैं.' -राजेश राठौड़, कांग्रेस प्रवक्ता
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राजेश राठौड़ ने कहा की जो उपेंद्र कुशवाहा पिछले विधानसभा में लगातार लोगों के बीच यह कहा करते थे कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री लायक भी नहीं है. बिहार का विकास भी नहीं हुआ. वहीं, जब से वे जदयू में गए हैं और नीतीश कुमार उन्हें एमएलसी बना दिए हैं, तब से वे कह रहे हैं कि नीतीश कुमार पीएम मैटेरियल हैं. साथ ही यह भी कह रहे हैं कि नीतीश कुमार को पीएम बनाएंगे.
राजेश राठौड़ का कहना है कि जनता जानती है कि उपेंद्र कुशवाहा किस तरह की राजनीति करने में लगे हुए हैं. बिहार की जनता अब इनके बातों पर यकीन नहीं करेगी. इनके कुछ कहने या करने से जदयू में मजबूती नहीं आ सकती है.
बता दें कि जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधान पार्षद उपेंद्र कुशवाहा बुधवार से 'बिहार भ्रमण' के छठे चरण की शुरुआत की है. 16 सितंबर तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान उपेंद्र कुशवाहा 13 जिलों का दौरा करेंगे.
उपेंद्र कुशवाहा के बिहार भ्रमण में 1 सितंबर को सारण, 2 सितंबर को सिवान, 3 सितंबर को गोपालगंज, 4 सितंबर को वैशाली, 7 सितंबर को समस्तीपुर, 8 सितंबर को बेगूसराय, 11 सितंबर को खगड़िया, 12 सितंबर को कटिहार, 13 सितंबर को पूर्णिया, 14 सितंबर को सहरसा और मधेपुरा, 15 सितंबर को सुपौल और 16 सितंबर को दरभंगा में कार्यक्रम तय हुआ है.
उपेंद्र कुशवाहा यात्रा के दौरान कोरोना, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे आम लोगों से मिलेंगे और देखेंगे कि सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं और राहत जनता तक पहुंच रही है कि नहीं. सरकारी योजनाओं का लाभ उन जरूरतमंदों तक पहुंचाने में जदयू कार्यकर्ताओं की अधिकाधिक भूमिका भी सुनिश्चित करने पर विमर्श होगा.