पटना: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने बिहार सरकार के मंत्री नंद किशोर यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि गांधी सेतु के सुपर स्ट्रक्चर निर्माण में घटिया स्टील का इस्तेमाल हो रहा है. ऑडिटर जनरल ने अपनी रिपोर्ट में भी माना है कि सेतु के स्ट्रकचर के निर्माण में गड़बड़ी हुई है. साथ ही कहा कि एक हजार करोड़ का घोटाला हुआ है. जिन तीन अधिकरियो ने मामले पर सवाल उठाए थे. बिहार सरकार ने उन्हें हटा दिया.
सीएजी रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि लोगो की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. हम लगातार विधान परिषद में कार्य स्थगन प्रस्ताव के दौरान अपनी बातों को रखने की कोशिश की थी. लेकिन पथ निर्माण विभाग के मंत्री नंद किशोर यादव ने हंसकर हमारी बातों को टाल दिया था. वहीं, प्रेमचंद्र मिश्रा ने पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव को तत्काल बर्खास्त किए जाने की मांग की है.
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कांग्रेस एमएलसी ने पथ निर्माण विभाग के सचिव अमृतलाल मीणा की भी भूमिका की जांच करने की मांग की. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कराएं. मुख्यमंत्री को पूरे मामले पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
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विभाग की मिली भगत से हो रही घोटालेबाजी
प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि मेरे उठाया गए सवाल सच साबित हुए हैं. सुपर स्ट्रक्चर के नियमों का उल्लंघन किया गया है. गांधी सेतु को काटने में 300 करोड़ रुपये का हुआ घोटाला हुआ है. उन्होंने कहा कि पथ निर्माण विभाग की मिली भगत से घोटालेबाजी हो रही है. साथ ही उन्होंने बिहार सरकार के सुशासन पर सवाल उठाया.