पटनाः लोकसभा चुनाव 2019 में महागठबंधन को मिली करारी हार के बाद अब कांग्रेस और आरजेडी के रिश्तो में दरार पड़ती हुई नजर आ रही है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने लालू प्रसाद यादव पर बिहार में कांग्रेस को हाशिए पर रखने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जब भी राजद के साथ चुनाव लड़ा उसे घाटा ही हुआ.
RJD के ऊपर सवाल उठना शुरू
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार को लेकर महागठबंधन के अंदर घमासान मचना शुरू हो गया है. महागठबंधन को बिहार में 40 में से केवल एक सीट पर जीत मिली है. जो किशनगंज में कांग्रेस की थी. अब कांग्रेस ने आरजेडी के गलत सीट बंटवारे को करारी हार के लिए जिम्मेदार मान रहा है. कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी के बाद अब पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने भी आरजेडी पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है.
'कांग्रेस को कमजोर बनाने की नीति'
ईटीवी भारत से बात करते हुए अनिल शर्मा ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की शुरू से ही नीति रही है कि कांग्रेस को कमजोर बना कर रखा जाए. राष्ट्रीय जनता दल के साथ कांग्रेस का पहला समझौता 1998 में हुआ था. उस समय से कांग्रेस की सीटों में लालू प्रसाद यादव कटौती करते आ रहे हैं. जबकि कांग्रेस बिहार में मजबूती के साथ राजद के साथ खड़ा रहा.
'अकेले चुनाव लड़े कांग्रेस'
राजद की नीति शुरू से ही रही है कि बिहार में कांग्रेस को कैसे कमजोर बना कर रखा जाए ताकि सेक्यूलर वोट बैंक कांग्रेस की तरफ न चला जाए. इसलिए कांग्रेस को कमजोर बना कर रखा गया. कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने जो कहा है उस बयान का मैं समर्थन करता हूं. साथ ही अनिल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेता शुरू से पक्षधर रहे हैं कि बिहार में कांग्रेस अकेले अपने दम पर चुनाव लड़े.
'बड़े नेताओं पर हो कार्रवाई'
पूरे देश में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे की पेशकश की. जिसको लेकर अनिल शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने ऐसा किया तो ये उनकी उदारता है. लेकिन राहुल गांधी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए. बल्कि लोकसभा चुनाव में पूरे देश में जिनको उन्होंने बड़ा दायित्व दिया था, वैसे बड़े नेताओं पर राहुल गांधी को कार्रवाई करनी चाहिए.
'RJD की नैतिकता क्या है वह जाने'
हालांकि जब हमने अनिल शर्मा से सवाल किया कि बिहार में महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है. तो क्या राहुल गांधी के तर्ज पर तेजस्वी यादव को भी इस्तीफा दे देना चाहिए? इसके जवाब में अनिल शर्मा ने कहा कि यह उनके पार्टी का मामला है उनकी जो नैतिकता है वो करें.