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'बिहार में कांग्रेस की खस्ताहाल के लिए RJD जिम्मेदार'

राष्ट्रीय जनता दल की नीति शुरू से ही रही है कि बिहार में कांग्रेस को कैसे कमजोर बना कर रखा जाए, ताकि सेक्युलर वोट बैंक कांग्रेस की तरफ न जाए.

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा से बात करते पत्रकार
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Published : May 27, 2019, 4:01 PM IST

पटनाः लोकसभा चुनाव 2019 में महागठबंधन को मिली करारी हार के बाद अब कांग्रेस और आरजेडी के रिश्तो में दरार पड़ती हुई नजर आ रही है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने लालू प्रसाद यादव पर बिहार में कांग्रेस को हाशिए पर रखने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जब भी राजद के साथ चुनाव लड़ा उसे घाटा ही हुआ.

RJD के ऊपर सवाल उठना शुरू
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार को लेकर महागठबंधन के अंदर घमासान मचना शुरू हो गया है. महागठबंधन को बिहार में 40 में से केवल एक सीट पर जीत मिली है. जो किशनगंज में कांग्रेस की थी. अब कांग्रेस ने आरजेडी के गलत सीट बंटवारे को करारी हार के लिए जिम्मेदार मान रहा है. कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी के बाद अब पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने भी आरजेडी पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है.

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा से बात करते पत्रकार अरविंद राठौर

'कांग्रेस को कमजोर बनाने की नीति'
ईटीवी भारत से बात करते हुए अनिल शर्मा ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की शुरू से ही नीति रही है कि कांग्रेस को कमजोर बना कर रखा जाए. राष्ट्रीय जनता दल के साथ कांग्रेस का पहला समझौता 1998 में हुआ था. उस समय से कांग्रेस की सीटों में लालू प्रसाद यादव कटौती करते आ रहे हैं. जबकि कांग्रेस बिहार में मजबूती के साथ राजद के साथ खड़ा रहा.

'अकेले चुनाव लड़े कांग्रेस'
राजद की नीति शुरू से ही रही है कि बिहार में कांग्रेस को कैसे कमजोर बना कर रखा जाए ताकि सेक्यूलर वोट बैंक कांग्रेस की तरफ न चला जाए. इसलिए कांग्रेस को कमजोर बना कर रखा गया. कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने जो कहा है उस बयान का मैं समर्थन करता हूं. साथ ही अनिल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेता शुरू से पक्षधर रहे हैं कि बिहार में कांग्रेस अकेले अपने दम पर चुनाव लड़े.

'बड़े नेताओं पर हो कार्रवाई'
पूरे देश में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे की पेशकश की. जिसको लेकर अनिल शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने ऐसा किया तो ये उनकी उदारता है. लेकिन राहुल गांधी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए. बल्कि लोकसभा चुनाव में पूरे देश में जिनको उन्होंने बड़ा दायित्व दिया था, वैसे बड़े नेताओं पर राहुल गांधी को कार्रवाई करनी चाहिए.

'RJD की नैतिकता क्या है वह जाने'
हालांकि जब हमने अनिल शर्मा से सवाल किया कि बिहार में महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है. तो क्या राहुल गांधी के तर्ज पर तेजस्वी यादव को भी इस्तीफा दे देना चाहिए? इसके जवाब में अनिल शर्मा ने कहा कि यह उनके पार्टी का मामला है उनकी जो नैतिकता है वो करें.

पटनाः लोकसभा चुनाव 2019 में महागठबंधन को मिली करारी हार के बाद अब कांग्रेस और आरजेडी के रिश्तो में दरार पड़ती हुई नजर आ रही है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने लालू प्रसाद यादव पर बिहार में कांग्रेस को हाशिए पर रखने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जब भी राजद के साथ चुनाव लड़ा उसे घाटा ही हुआ.

RJD के ऊपर सवाल उठना शुरू
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार को लेकर महागठबंधन के अंदर घमासान मचना शुरू हो गया है. महागठबंधन को बिहार में 40 में से केवल एक सीट पर जीत मिली है. जो किशनगंज में कांग्रेस की थी. अब कांग्रेस ने आरजेडी के गलत सीट बंटवारे को करारी हार के लिए जिम्मेदार मान रहा है. कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी के बाद अब पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने भी आरजेडी पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है.

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा से बात करते पत्रकार अरविंद राठौर

'कांग्रेस को कमजोर बनाने की नीति'
ईटीवी भारत से बात करते हुए अनिल शर्मा ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की शुरू से ही नीति रही है कि कांग्रेस को कमजोर बना कर रखा जाए. राष्ट्रीय जनता दल के साथ कांग्रेस का पहला समझौता 1998 में हुआ था. उस समय से कांग्रेस की सीटों में लालू प्रसाद यादव कटौती करते आ रहे हैं. जबकि कांग्रेस बिहार में मजबूती के साथ राजद के साथ खड़ा रहा.

'अकेले चुनाव लड़े कांग्रेस'
राजद की नीति शुरू से ही रही है कि बिहार में कांग्रेस को कैसे कमजोर बना कर रखा जाए ताकि सेक्यूलर वोट बैंक कांग्रेस की तरफ न चला जाए. इसलिए कांग्रेस को कमजोर बना कर रखा गया. कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने जो कहा है उस बयान का मैं समर्थन करता हूं. साथ ही अनिल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेता शुरू से पक्षधर रहे हैं कि बिहार में कांग्रेस अकेले अपने दम पर चुनाव लड़े.

'बड़े नेताओं पर हो कार्रवाई'
पूरे देश में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे की पेशकश की. जिसको लेकर अनिल शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने ऐसा किया तो ये उनकी उदारता है. लेकिन राहुल गांधी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए. बल्कि लोकसभा चुनाव में पूरे देश में जिनको उन्होंने बड़ा दायित्व दिया था, वैसे बड़े नेताओं पर राहुल गांधी को कार्रवाई करनी चाहिए.

'RJD की नैतिकता क्या है वह जाने'
हालांकि जब हमने अनिल शर्मा से सवाल किया कि बिहार में महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है. तो क्या राहुल गांधी के तर्ज पर तेजस्वी यादव को भी इस्तीफा दे देना चाहिए? इसके जवाब में अनिल शर्मा ने कहा कि यह उनके पार्टी का मामला है उनकी जो नैतिकता है वो करें.

Intro:लोकसभा चुनाव 2019 में महागठबंधन को मिली करारी हार के बाद अब कांग्रेस और आरजेडी के रिश्तो में दरार पड़ती हुई नजर आ रही है पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने लालू प्रसाद यादव पर बिहार में कांग्रेस को हाशिए पर रखने का आरोप लगाया है---


Body:पटना---लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की मिली करारी हार को लेकर महागठबंधन के अंदर घमासान मचना शुरू हो गया है महागठबंधन को बिहार में 40 में से केवल एक सीट पर जीत मिली है किशनगंज में कांग्रेस ने जीत दर्ज की अब कांग्रेस ने आरजेडी के सीट बंटवारे के रवैया को करारी हार का जिम्मेवार चेहरा रहा है कार्यकारी अध्यक्ष कोकब कादरी के बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने भी अब आरजेडी के ऊपर सवाल उठाना शुरू कर दिया है ईटीवी भारत से बात करते हुए अनिल शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल लालू प्रसाद यादव का शुरू से ही नीति रहा है कि कांग्रेस को हाशिए और कमजोर बना कर रखा जाये। राष्ट्रीय जनता दल के साथ कांग्रेस का पहला समझौता 1998 में हुआ था उस समय से कांग्रेस के सीटों में राष्ट्रीय जनता दल लालू प्रसाद यादव कटौती करते आ रहे हैं जबकि कांग्रेस बिहार में मजबूती के साथ राष्ट्रीय जनता दल के साथ खड़ा रहा।
लेकिन राष्ट्रीय जनता दल का नीति शुरू से ही रहा है कि बिहार में कांग्रेस को कैसे कमजोर बना कर रखा जाए ताकि सर्कुलर वोट बैंक कांग्रेस के तरफ न चला जाए था इसलिए कांग्रेस कमजोर बना कर रखा जाए कार्यकारी अध्यक्ष कोकब कादरी जो कहा है उस बयान को मैं समर्थन करता हूं ।

साथ ही अनिल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेता शुरू से पक्षधर रहे हैं कि बिहार में कांग्रेस अकेले अपने दम पर चुनाव लड़े चाहे वह लोकसभा का हो या विधानसभा का सभी सीटों पर बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत बनाकर चुनाव लड़ा जाए। अनिल शर्मा ने दावा किया कि कांग्रेस जब से राजद के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा है तब से कांग्रेस पार्टी को घाटा ही हो रहा है।


पूरे देश में कांग्रेस की करारी हार के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे की पेशकश की जिसको लेकर अनिल शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी किए तो उदारता का एक भाग है लेकिन राहुल गांधी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए और लोकसभा चुनाव में पूरे देश में जिनको वो बड़ा दायित्व दिए थे कि वह बूथ से लेकर पंचायत स्तर तक कार्यकर्ता तैयार करने का जिम्मा दिया था वैसे बड़े नेताओं पर राहुल गांधी को करवाई करनी चाहिए।

हालांकि जब हमने अनिल शर्मा से सवाल किया कि बिहार बिहार में महागठबंधन सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है तो क्या राहुल गांधी के तर्ज पर तेजस्वी यादव को भी इस्तीफा ले लेना चाहिए इसके जवाब में अनिल शर्मा ने कहा यह उनके पार्टी का मामला है उनकी जो नैतिकता है वह वो करें।






Conclusion: बरहाल अनिल शर्मा के बयान को पार्टी किस रूप में लेती है यह तो देखने वाली बात है क्योंकि अनिल शर्मा ने इशारों ही इशारों में पूरे बिहार में कांग्रेस को अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है साथ ही लालू प्रसाद यादव पर भी पक्षपात करने का आरोप लगाया है अब पार्टी इस को किस रूप में लेती है यह देखना बहुत ही दिलचस्प होगा।


पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा के साथ exclusive one to one Arvind Rathore
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