पटना : बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने पार्टी आलाकमान से मांग हल्की जिम्मेवारी की मांग की है. इसके साथ उन्होंने बिहार से अपने पद से मुक्त होने की इच्छा जताई है. गुजरात से राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल की इस मांग के बाद बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शक्ति सिंह गोहिल ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'निजी कारणो से मैंने कांग्रेस आलाकमान से गुजारिश कि है की मुझे लाइट जिम्मेवारी दी जाए और बिहार के प्रभार से मुक्त किया जाए.'
आखिर क्यों लिया ये फैसला?
बिहार में कांग्रेस अपने अस्तित्व की तलाश में लगी है. लोकसभा चुनाव-2019 और बिहार विधानसभा चुनाव-2020 में कांग्रेस ने प्रदेश में कुछ खास छाप नहीं छोड़ी है. लोकसभा चुनाव में जहां पार्टी को सिर्फ किशनगंज से जीत मिल सकी. वहीं, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ सिर्फ 19 सीटों पर जीत दर्ज की. ऐसे में राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा तेज है कि इससे आहत होकर शक्ति सिंह गोहिल ने ये फैसला लिया है.
किसे सौंपी जाएगी कमान?
बिहार चुनाव के दौरान शक्ति सिंह गोहिल ने एक के बाद एक कई दौरे किए. वहीं, कांग्रेस की ओर से पार्टी महासचिव और मुख्य रणदीप सिंह सुरजेवाला भी महागठबंधन की प्रेस वार्ता में शामिल होते दिखाई दिए. महागठबंधन के घोषणा पत्र जारी करना हो या तेजस्वी यादव के साथ प्रेस वार्ता करना, सभी में मुख्य फ्रेम में रणदीप सिंह सुरजेवाला दिखाई दिए. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि सुरजेवाला को पार्टी बिहार का प्रभार सौंप सकती है.